उत्तर प्रदेश में बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ का दौर लगातार जारी है। यूपी पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियान शूटआउट के चलते शनिवार को जियाबाद जिला में बदमाशों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने डकैतों को जंगल में घेर लिया। करीब एक घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से एक बदमाश घायल होकर गिर गया, जबकि उसके अन्य साथी मौके से फरार हो गए। घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पुलिस की चौकसी के बीच उसका इलाज चल रहा है।
सुबह तड़के मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार हुआ डकैत
एसपी चित्रकूट प्रताप गोपेन्द्र यादव ने बताया कि पुलिस को मारकुंडी थाना क्षेत्र के जंगलों को डकैत होने की सूचना मिली थी। इसके चलते शुक्रवार देर रात से ही पुलिस ने जंगल को चारों तरफ से घेर लिया था। रात होने के चलते डकैतों पर नजर रखी गई। सुबह 8:00 बजे पुलिस ने डकैतों को ललकारा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। खुद को चारों तरफ से घिरा देख डकैतों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की।
जबावी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पता चला वह डकैतों के सरगना लवलेश कुमार का मामा जियालाल है। पुलिस ने बदमाश के कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा और कारतूस बरामद किये हैं। एसपी ने बताया कि मुठभेड़ में मौका मिलते ही उसके साथी भागने में कामयाब हो गए। पकड़ा गया बदमाश कुख्यात डकैत बबली कौल गैंग का बताया जा रहा है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
डकैतों की गोली से शहीद हो गए थे सब इंस्पेक्टर
बता दें कि 24 अगस्त 2017 को चित्रकूट जिला के मानिकपुर इलाके में निही चिरैया के जंगल में एसपी के नेतृत्व में सात लाख के इनामी डकैत बबली कौल गिरोह से मुठभेड़ में दारोगा जेपी सिंह शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में दस हजार के इनामी डकैत राजू कोल को गिरफ्तार कर लिया गया था।