उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह बुधवार देर रात रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। उनके निरीक्षण की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसएसपी दीपक कुमार सहित शहर के सभी अफसर पुलिस लाइन पहुंचे। डीजीपी ओपी सिंह ने देर रात अधिकारियों के साथ मीटिंग की। घंटों तक पुलिस लाइन में चली बैठक में सड़क पर गुंडागर्दी करने वालों पर लगाम कसने वालों और सनसनीखेज वारदातों का खुलासा करने के डीजीपी ने निर्देश दिए।
हर महीने सर्वश्रेष्ठ काम करने वाला सिपाही होगा सम्मानित
मीटिंग में डीजीपी ने कहा कि पुलिस क्रिमिनल इंटेलिजेंस बढ़ाएं और व्यवहार अच्छा करें। जिससे जनता में उनकी छवि निखर सके। उन्होंने हर महीने सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले एक सिपाही को सम्मानित करने और उसकी फोटो संबंधित थाने में लगाने के भी निर्देश दिए। डीजीपी ने पुलिस अफसरों और कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया।
किसी तरह के दबाव में काम ना करें पुलिसकर्मी
डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मी किसी तरह के दबाव में काम ना करें जनता के बीच आ जाएं और उनकी समस्याएं निस्तारित करें। इससे जनता के बीच पुलिस की छवि बेहतर होगी। पुलिस को क्रिमिनल इंटेलिजेंस मजबूत बनाने, सनसनीखेज वारदातों का खुलासा करने, शिकायतों पर FIR दर्ज करने के निर्देश दिए।
थानेदारों का बार-बार इधर-उधर तबादला ना हो
उन्होंने कहा कि थाने में तैनात इंस्पेक्टर, एसओ का कार्यकाल लंबे समय का होना चाहिए। बार-बार इधर से उधर तबादला करने पर उनकी कार्य क्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने पुलिसकर्मियों के गलती करने पर सजा से ज्यादा जवाबदेही तय करने की बात भी कही।
इन्वेस्टर्स समिट पर मुख्य फोकस
डीजीपी ने इन्वेस्टर समिट में राजधानी पुलिस के लिए बेहतर छवि बनाने का बड़ा मौका बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सहित देश के विदेश के बड़े उद्योगपति और नेता आ रहे हैं। पुलिसकर्मियों को उनके सामने बेहतर व्यवहार करना होगा। जिससे अतिथि खुश हो और लखनऊ से अच्छा संदेश लेकर लौटें। डीजीपी ने समिट पर शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि यातायात को इस तरह से रखा जाये कि किसी को भी कोई दिक्कत ना हो। घंटो चली बैठक के दौरान सभी अफसर डीजीपी से काफी प्रभावित हुए।