दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच 6 एकदिवसीय मैचों की सीरीज का चौथा मैच वांडरर्स में खेला जाना है. इसके पहले खेले गए तीनों मुकाबले में भारतीय टीम अफ्रिका पर भारी पड़ी है. दक्षिण अफ्रीका की टीम चोट से जूझ रहे खिलाड़ियों के कारण और भी परेशानी में है. हालाँकि डीविलियर्स की वापसी से बल्लेबाजी मजबूत होगी लेकिन डी-कॉक और फाफ की अनुपस्थिति में डुमिनी और मिलर पर बड़ी जिम्मेदारी होगी.
दक्षिण अफ्रीका की टीम हार का क्रम तोड़ने की कोशिश में:
भारत 270 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा लेकिन रोहित जल्दी ही आउट हो गए उसके बाद धवन के साथ कोहली ने साझेदारी बनानी शुरू कर दी थी. लेकिन आपसी तालमेल का अभाव उस वक्त दिखा जब शिखर धवन रन आउट होकर पवेलियन चले गए. उसके बाद खेलने आये रहाने ने कोहली का साथ दिया और भारत को जीत के करीब ले गए. कोहली ने शानदार जड़ा जबकि रहाने ने 79 रन बनाये. भारत ने 6 विकेट से ये मैच जीत लिया. मेजबानों के खिलाफ डरबन में भारत की ये पहली जीत रही.
चहल-कुलदीप के आगे अफ़्रीकी टीम ढेर
इसके पहले फाफ के 120 रनों की मदद से अफ्रीका एक चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने सही समय पर अपनी ताकत दिखाई और मैच जीतकर सीरीज में बढ़त बना ली. दूसरे मैच में कुलदीप और चहल के आगे अफ्रीका ने घुटने टेक दिए तो तीसरे मैच में एक बार फिर कोहली की शानदार शतकीय पारी के आगे अफ़्रीकी टीम ढेर हो गई.
भारत के पास इतिहास रचने का मौका
6 मैचों की सीरीज में 3-0 से आगे चल रही है टीम इंडिया, 2010-11 में सीरीज 2-3 से हारी थी. हाई स्कोरिंग वनडे मैचों के लिए मशहूर है वॉन्डरर्स की पिच और टेस्ट मैच वाली पिच खराब घोषित की गई थी. इसी मैच में भारतीय टीम जीत दर्ज कर इतिहास रचने के लिए बेताब है. पिच को बल्लेबाजों के अनुकूल बनाने में कसर नहीं छोड़ी है, ऐसे में हाई स्कोरिंग मुकाबले का अनुमान लगाया जा सकता है.