दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में शुक्रवार को छात्र संघ चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. चुनाव में अपने अपने संगठनों के प्रचार के बाद अब छात्र आज वोट देकर जीत-हार पर मुहर लगायेंगे.
मतदान की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 9 फ़रवरी को JNU में देश विरोधी नारे लगने के बाद अबकी बार यहाँ के चुनाव पर सभी की नजरें टिकी हैं. JNU में वामपंथ समर्थित आइसा का बोलबाला रहा है. सीपीआई से जुड़ा AISF इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा है. कन्हैया कुमार इसी संगठन के सदस्य हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी आज ही मतदान होने वाले हैं. यहाँ पर मुकाबला संघ समर्थित ABVP और कांग्रेस समर्थित NSUI के बीच होता रहा है. हालाँकि पिछले साल आम आदमी पार्टी की छात्र संगठन इकाई भी मैदान में उतरी थी. वाम समर्थित छात्र संगठन आइसा भी अपनी स्थिति मजबूत बनाने के लिए कोशिश करेगा.
डीयू में चुनाव:
- छात्र संघ के चुनाव के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त डीएस रावत ने तैयारियों पर बात किया.
- उन्होंने कहा कि कहा कि छात्र संघ के चार पदों के लिए कुल 17 उम्मीदवार मैदान में हैं.
- 7 उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए मैदान में हैं जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए 4 उम्मीदवार हैं.
- डीयू के 51 कालेजों में स्थापित किए गए 117 मतदान केंद्रों में दो चरणों में मतदान कराए जाएंगे.
- उन्होंने बताया कि यहाँ मतदाताओं की कुल संख्या 1.23 लाख है.
JNU में चुनाव:
- JNU में कुल 18 उम्मीदवार मैदान में हैं.
- यहां मतदाताओं की संख्या करीब 8600 है.
- मुख्य निर्वाचन आयुक्त इशिता माना ने कहा कि 18 उम्मीदवार सेंट्रल पैनल के लिए मैदान में हैं.
- जबकि 79 उम्मीदवार विश्वविद्यालय के विभिन्न केंद्रों में काउंसलर पदों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.