उत्तर प्रदेश में वन विभाग की तरफ से प्राकर्तिक सौंदर्यता से भरे इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल तीन दिन के बाद समाप्त हो गया। यूं तो बर्ड फेस्टिवल दुधवा में टूरिज़्म को निखारने, आम आदमी को प्राकर्तिक सौंदर्यता के बारे में रूबरू, दुधवा में साढ़े चार सौ तरह की पक्षी प्रजातियों के बारे में बताने को लेकर था। लेकिन समापन पर जो तस्वीर सामने आई वो शर्मनाक है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल का उद्घाटन किया था। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया था। दुधवा के टाइगर हैवेन में आयोजित बर्ड फेस्टिवल में देश और विदेश के तमाम फोटोग्राफर, पक्षी विशेषज्ञ हिस्सा लिया।

दुधवा में डीजे का शोर, शराब का खूब छलका जाम

अफसरों ने दावे किए थे कि जंगल के नियम-कानून को इस कार्यक्रम में नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। लेकिन तस्वीर कुछ और ही कहती है और दावो को खोखला साबित करती है। वैसे तो आम लोगो के लिए यहां हॉर्न बजाना प्रतिबंधित है, कोई ऐसा करता है तो जुर्माने और सजा का प्रावधान है। लेकिन यहां कल्चरल प्रोग्राम के नाम पर बड़े-बड़े साउंड लगाए गए। इतना ही नहीं यहां यह शराब की बोतलें बाकी कहानी बताने के लिए काफी है। बताया जा रहा है कि यहां आये लोगों ने जमकर शराब की पार्टी की।

ग्रासलैंड पर चलाई गई जेसीबी

बफर जोन में आयोजित इस कार्यक्रम में सारे नियम कानून को दरकिनार कर दिया गया। ग्रासलैंड पर ऐसी जेसीबी चलाई गई जैसे यह झांड से भरा हुआ आम मैदान हो। बड़े-बड़े साउंड लगा माहौल को खराब किया गया। क्योंकि जंगल मे जब हॉर्न पर प्रतिबंध है तो इंसान बड़े-बड़े साउंड से क्या हाल हुआ होगा यह साफ है। जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में जंगली जानवरों का आना जाना बना रहता है। इस बफर जोन दुधवा नेशनल पार्क में बर्ड फेस्टिवल के नाम पर जश्न मनाया गया है।फिलहाल अधिकारी मामले पर चुप्पी साधे हैं और कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

तत्कालीन डीएम पर भी लग चुके शराब पार्टी और हंगामा करने के आरोप

गौरतलब है कि इससे पहले लखीमपुर खीरी की डीएम रही किंजल सिंह पर दुधवा के जंगलों में खुलेआम शराब पार्टी और हंगामा करने का आरोप लग चुके हैं। ख़बरों के मुताबिक, दुधवा के किशनपुर के जंगलों में अवैध तरीके से रात्रि भ्रमण पर निकलीं डीएम किंजल सिंह की जिद के चलते शोरगुल से परेशान एक बाघिन अपने चार शावकों के साथ पार्क क्षेत्र से बाहर दक्षिण खीरी वन प्रभाग के आबादी वाले इलाके की ओर चली गई थी। दुधवा पार्क के वनकर्मियों के संघ ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में किंजल सिंह पर शराब पीकर हो हल्ला मचाने, प्रतिबंधित क्षेत्र में मांसाहार करने और जंगल में गंदगी फैलाने का आरोप लगाया था। फेडरेशन ऑफ फॉरेस्ट एसोसिएशन के लेटर हेड पर मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में डीएम किंजल सिंह पर संगीन आरोप लगाते हुए उनसे वन्य जीवों की जान को खतरा भी बताया था।

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