कई प्रकार के विवादों का सामना कर रहे ‘एनडीटीवी’ समूह के सह संस्थापक प्रणय रॉय ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पिछले साल प्रवर्तन निदेशायल ने एनडीटीवी ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया था. इससे पहले सीबीआई ने विभिन्न आरोप लगाते हुए उनके घर की तलाशी भी ली थी.
रॉय ने पत्र में कई बड़ी बातों का किया है जिक्र..
‘एनडीटीवी’ समूह की वेबसाइट पर भी प्रकाशित इस पत्र में रॉय का कहना है, ‘सुब्रमण्यम स्वामी अनैतिक और संदिग्ध तरीकों से अमेरिका की बेहतरीन कंपनियों (जीई और एनबीसी) को मनीलांड्रिंग का आरोपी बना रहे हैं. साथ ही एनडीटीवी के साथ फर्जी वित्तीय लेनदेन का भी आरोप लगा रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की ओर से भी इसी तरह के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं.’
बड़ा जुर्माना भी लग चुका है कंपनी पर
इस तरह की कार्रवाई के तहत पिछले महीने आयकर विभाग ने उनकी कंपनी पर 436.80 करोड़ रुपये का जुर्माना भी ठोंका था. पिछले साल प्रवर्तन निदेशायल ने एनडीटीवी ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज किया था. इससे पहले सीबीआई ने विभिन्न आरोप लगाते हुए उनके घर की तलाशी भी ली थी.
रॉय के अनुसार, ‘भारतीय एजेंसियों द्वारा लगाए गए आरोप इतने गंभीर हैं कि अमेरिकी कानून के तहत इन अपराधों के लिए जेफ इमेल्ट (जीई के तत्कालीन सीईओ) को कठोर करावास की सजा हो सकती है. ईडी और आईटी के आरोपों पर एनबीसी के सीईओ जेफ जुकर को भी जेल जाना पड़ सकता है. जुकर फिलहाल सीएनएन के अध्यक्ष हैं. भारत बिना किसी साक्ष्य के उन पर मनीलांड्रिंग का आरोप लगा रहा है. सुब्रमण्यम स्वामी इसको लेकर दुर्भावनापूर्ण अभियान भी चला रहे हैं.’
अदालत में है मामला
पत्र के अनुसार, ‘भारत में यह मामला अदालत में चल रहा है और कानून विशेषज्ञों का मानना है कि इमेल्ट और जुकर को बुलाने के लिए किसी भी दिन समन जारी किया जा सकता है. ऐसा होने पर विदेशी निवेशकों के बीच भारत की छवि काफी प्रभावित होगी.’ पत्र में प्रणॉय रॉय ने प्रधानमंत्री से कहा है कि स्वामी और उनकी टीम देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.