एनेक्सी में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने प्रेस वार्ता की और बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिनाई, उन्होंने नक़ल विहीन परीक्षा कराने को लेकर सरकार के संकल्प की बात की तो वहीँ उन्होंने अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान की बात भी की.
बजट सभी के लिए है
दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार के 11 माह पूरे हो रहे हैं, इस दौरान कई आयाम स्थापित किये हैं, अभी तक की सरकार जाति के आधार पर काम करती थी. 36 करोड़ का किसानों का कर्ज माफ किया गया, जिससे विरोधियों के पेट मे दर्द हुआ. बजट जो पेश किया गया, उसमें बुन्देलखण्ड, और अति पिछड़े जिलों पर ध्यान दिया गया. सिंचाई से सम्बंधित समस्या इस बजट में रखी गई, ये सभी के लिए बजट है. उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार, भाई भतीजा का राज था. जो लोग डिजिटल पर सवाल करते है, उन्हें देखने चाहिए, राशन कार्ड, सहित कई योजनाओं पर इसका असर रहा.
अपराधियों के हौसले हुए पस्त
सड़क बिजली पानी तीनों पर काम कर रही है, बजट में बुन्देलखण्ड के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए हजारों करोड़ का बजट दिया गया. जो लोग कहते है एक्सप्रेसवे पर जहाज उतार दिया, उन्हें देखना चाहिए. अपराधियों का तेजी से पलायन कर रहा है. मुठभेड़ पर लोग सवाल उठाते हैं. यूपीकोका का जो लोग विरोध कर रहे वो अपराधियों को शरण देने का काम करते रहे हैं. मुख्यमंत्री का स्पष्ट मत है मुकदमा दर्ज हो और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो.
GST से यूपी को बड़ा फायदा पहुंचा
दिनेश शर्मा ने कहा कि 10 नीतियां बनाई गई है, खनन, सौर ऊर्जा, सूचना, प्रोत्साहन नीति बनाई गई. शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन किया सरकार ने, भारी बजट इसके लिए दिया गया. पहले उत्तर प्रदेश नीचे से एक नंबर पर आता था, अब जीएसटी के जरिये सबसे बड़ी आय अर्जित करने वाला नम्बर वन प्रदेश बन गया है. लोग हमारी सफलता को कम करके दिखाने में लगे हुए हैं. किसानों के लिए जो योजनाएं चल रही हैं, उसके लिए बजट दिया गया। वो उत्तर प्रदेश के लिए साकार हो रहा है. अब अपराधी चिट्ठी लिखकर माफी मांग रहा है. सरकार में अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया गया. पिछली सरकारों में एक डिप्टी एसपी की भी हत्या की गई. हमारे सरकार में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है.
नकल विहीन परीक्षा सरकार का संकल्प
डिप्टी सीएम ने कहा कि 6637000 छात्र बैठे थे यूपी बोर्ड में और सरकार का संकल्प था कि परीक्षा नकल न हो. नक़ल के जरिये कुछ छात्र 90 से 95 फीसदी नम्बर लाते थे लेकिन जो मेघावी होते थे उन्हें 60 प्रतिशत न मिलते थे. नक़ल विहीन परीक्षा कराने में सरकार कामयाब रही है. 1058296 छात्रों ने अबतक परीक्षा छोड़ दी. कॉपी को पैसे लेकर शिक्षा माफिया बदलवाते थे. पेपर आउट होता था, ऐसे गैंग को पकड़ा गया. बच्चे पढ़े, डिग्री धारक ना बने, जिन बच्चों ने इस बार परीक्षा छोड़ी उनके लिए भी हम काम करेंगे.