हजारों करोड़ के PNB घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी को निशाना बनाता रहा है और विपक्ष पीएम मोदी के चुप रहने को मुद्दा बनाते हुए लगातार हमले किये और कहा कि कहीं न कहीं बीजेपी और पीएम मोदी के जानकारी में ये सब हुआ. बीजेपी ने भी अपनी सफाई देते हुए कांग्रेस और अन्य दलों पर पलटवार किया और कहा कि नीरव मोदी ने लोन यूपीए के कार्यकाल में लिया था और मोदी सरकार ने इस भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया है. जबकि अब इस बड़े फ्रॉड पर पीएम मोदी की बहुप्रतीक्षित प्रतिक्रिया भी आई है.
पीएम मोदी ने PNB घोटाले पर तोड़ी चुप्पी:
PM मोदी ने कहा है कि मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि ये सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा. उन्होंने कहा कि एक अपील मैं ये भी करना चाहता हूं कि विभिन्न Financial institutions में नियम और नीयत यानि Ethics बनाए रखने का दायित्व जिन्हें दिया गया है वो पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाएं। विशेषकर जिन्हें निगरानी और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
नीरव ने लिखी PNB को चिट्टी, कहा- केस करना गलत, वसूली के रास्ते हुए बंद
मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि ये सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 23, 2018
नीरव ने कहा, लोन का मामला सार्वजनिक कर बैंक ने किया गलत
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार गुरुवार को एक और एफआईआर दर्ज की गई जिसके तहत घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी और नीरव मोदी ने अपनी तीन कंपनियों के जरिए PNB से 4,886.72 करोड़ रुपये हासिल किए. बैंक से ये रकम 143 एलओयू के जरिए हासिल की गई. पीएनबी घोटाले पर पहली बार नीरव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मामले को सार्वजनिक कर पीएनबी ने कर्ज वसूली के सभी विकल्प गंवा दिए हैं. देश के बैंकिंग इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी के मुख्य कर्ताधर्ता नीरव ने कहा कि पीएनबी ने मामले को सार्वजनिक कर उससे कर्ज वसूलने के अपने सारे रास्ते बंद कर लिए हैं.
PNB घोटाला: राहुल का आरोप, पीएम से गले मिलकर नीरव मोदी ने लूटा देश
मीडिया को भी लिया आड़े हाथों
नीरव ने ये भी दावा किया है कि पीएनबी उसकी कंपनियों के ऊपर बाकी कर्ज को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही है. पीएनबी मैनेजमेंट को लिखी एक चिट्ठी में मोदी ने कहा है कि उसकी कंपनियों पर बैंक का बकाया 5,000 करोड़ रुपये से कम है. चिट्ठी के मुताबिक नीरव का कहना है कि गलत तरीके से बतायी गई बकाया रकम से मीडिया में होहल्ला हो गया और इसका परिणाम ये हुआ कि जांच का काम शुरू हो गया. चिट्ठी में मोदी ने लिखा है कि इससे हमारे बिजनेस पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता खतरे में पड़ गई है. जबकि अनुरोध भी किया है कि 2,200 कर्मचारियों को वेतन के भुगतान को मौजूदा खातों में से देने की अनुमति उन्हें दी जाए.