बाबा रामदेव को दुनिया भर में योग गुरू के नाम से जाना जाता है। किसी भी देश में बाबा रामदेव जाते हैं तो उन्हें लोग पूजते हैं मगर रामदेव पर अब एक महिला पत्रकार ने मोर्चा खोल दिया है। ये महिला पत्रकार बीते कई सालों से बाबा रामदेव पर रिसर्च कर रही है। महिला पत्रकार की इस रिसर्च में काफी कुछ ऐसा सामने आया है जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। इस रिसर्च के नतीजे को जानकर सभी के पैरों तले जमीन खिसक जायेगी। साथ ही इस राज के सामने आने से बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ सकती है। आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बतायेंगे।
पत्रकार ने लिखी बाबा पर किताब :
बाबा रामदेव पर रीसर्च करने वाली इस महिला पत्रकार का नाम प्रियंका पाठक है। ये कई सालों से बाबा रामदेव पर रिसर्च कर रही है। इस महिला पत्रकार ने अपनी रिसर्च को एक किताब में जगह दी है। यदि महिला पत्रकार की किताब में लिखी बातों को सच समझे तो पता चलता है कि बाबा रामदेव भी राम रहीम या फिर आसाराम से किसी मायने में कम नहीं है। पत्रकार प्रियंका पाठक किताब में बाबा रामदेव की जिंदगी से जुड़े पहलुओं को पेश किया गया है।
इसके अलावा बाबा के फर्श से शीर्ष पर पहुंचने की पूरी कहानी बताई है। महिला पत्रकार के अनुसार, रामदेव के गुरू शंकर देव सुबह टहलने के लिए निकले मगर उसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला था। बता दें ककी इन्होने ही अरबों रूपये की जमीन रामदेव को दान किया था।
प्रियंका आगे कहती है कि रामदेव ने जिस शख्स से कुछ भी सीखा, वो कुछ समय बाद रहस्यमय ढंग से मौत का शिकार हो गया। पत्रकार ने आगे कहा कि शंकर गुरू गायब होने पर रामदेव ब्रिटेन में थे। इसके बाद भी खबर सुनने के बाद भी वे दो महीनों तक वापस नहीं आये।
बुक में आगे प्रियंका ने कहा कि 1995 में जिसने रामदेव को आयुर्वेद दवाईयों का लाइसेंस दिलवाया था, उनकी भी 2003 में मौत हो गई। ऐसा होना कोई इत्तेफाक था या साजिश, ये कह पाना मुश्किल है। प्रियंका की किताब के अनुसार, कुछ समय बाद उनकी हत्या का केस भी बंद करा दिया जाना किसी न किसी साजिश की तरफ इशारा कर रहा है।
हालाँकि ये सभी बातें महिला पत्रकार की किताब में कही गयी हैं। इनकी पुष्टि नहीं की जाती है।