जनपद गाजीपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में मुसहर और वनवासी जाति के लोग हमेशा से समाज के मुख्यधारा से अलग रहे हैं। इनके समाज में शिक्षा या अन्य विकास के कार्यों से कोई लेना-देना नहीं होता है। इसी कारण आज भी ये काफी पिछड़े और सरकारी सुविधाओं से वंचित रहते हैं। जनपद में एक संस्था पिछले कई साल से इन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य कर रही है। इसी कड़ी में इन लोगों के प्रयास से 11 लड़कियों को गोद लेकर उनकी पूरी पढ़ाई की जिम्मा उठाया गया है।
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होली के उपलक्ष्य पर कपड़ा किया वितरित
आज के मौजूदा वक्त में लोग एक बेटी के पैदा होने पर चैन की नींद नहीं सोते है। कुछ लोग तो बेटी का भ्रूण में ही हत्या कर देते हैं, लेकिन इसके विपरीत दिल्ली के एक समाजसेवी ने आइना दिखाने का काम किया है। इस दौरान 3 लड़कियों को साईकिल व अन्य को होली के उपलक्ष्य पर कपड़ा आदि वितरित किया। यह सब पाकर इन बच्चों के चेहरे खिले नजर आये। इस कार्यक्रम को एक इवेंट का रूप देने के लिये सभी को नाश्ता व भोजन भी कराया गया। यह कार्यक्रम सेवा समर्पण संस्थान व उत्थान फाउंडेशन के द्वारा मकर संक्रान्ति के दिन से आरम्भ कराया गया था, जो अब भी चल रहा है।
40 से 50 बच्चियों को दिलवाया गोद
इनके प्रयास से अब तक इस समाज के करीब 40 से 50 लड़कियों को गोद दिलाने का कार्य किया गया है। बताते चलें कि इस संस्था के डायरेक्टर संजीव गुप्ता व उनकी पत्नी मुसहर व वनवासी समाज के लोगों मे शिक्षा की अलख जगाने और समाज की मुख्य धारा से जोडने के साथ ही इनके लिये सरकार के द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलवाने का कार्य करते है। इन लोगों ने इसी समाज के कुछ बच्चों को पढ़ा लिखाकर अन्य बच्चों को भी पढ़ाने का कार्य कराते है। इसके लिये जो भी खर्च आता है वह स्वयं या फिर अन्य लोगों से मांग कर इनकी जरूरतें पुरा करने का भी काम करते है।