यूं तो आपको उत्तर भारत के सभी बड़े-छोटे शहरों में बजरंग बली के मंदिर मिल जाएंगे, पर इनमें से कुछ प्राचीन हैं। इनमें हनुमान जी के भक्त हर रोज बड़ी तादाद में आते हैं।
- बुढ़वा मंगल अवसर पर कानपुर शहर के ऐतिहासिक पनकी मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ता है।
- मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी हुई है।
- इस मौके पर पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
- परिसर में सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।
- कानपुर के करीब पनकी में भी हनुमान जी का मंदिर इसी श्रेणी में आता हैं।
- इसमें रोज बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
क्या मान्यता है इस प्राचीन मंदिर की ?
- मान्यता है कि हनुमान जी का ये मंदिर बेहद प्राचीन है।
- इधर आने वाले सभी भक्तों की मन्नतें पूरी होती हैं।
- सारे के भक्त कहते हैं कि पनकी के हनुमान मंदिर में सिर्फ कानपुर के आसपास के ही भक्त नहीं आते।
- इधर तो सारे देश से भक्त पहुंचते हैं।
- इधर आने वाले सभी भक्तों की हनुमानजी मुरादें पूरी करते हैं।
- पनकी मंदिर के महंत जीतेन्द्र दास के मुताबिक ये मंदिर करीब 400 बरस पुराना है।
- इसकी स्थापना श्रीश्री1008 महंत परषोतम दास जी ने की थी।
- कहते हैं, कानपुर शहर की स्थापना से पहले पनकी का हनुमान मंदिर स्थापित हो चुका था।
- ये कहा जाता है कि महंत जी एक बार चित्रकूट से लौट रहे थे।
- तब जिस स्थान पर पनकी का मंदिर है, वहां पर उन्हें एक इस तरह की चट्टान दिखी जिस पर बजरंग बलि को देखा जा सकता था।
- बस, उन्होंने तब ही उस स्थान पर मंदिर का निर्माण करने का फैसला किया।
- पनकी के हनुमान मंदर में यूं तो रोज मेला सा लगा रहता है,
- पर बुढ़वा मंगलवार को इधर भीड़ अधिक हो जाती है।
- सारे भक्त राम और हनुमान के जयकारे लगाते हुए बाबा के दर्शन करते है।
- बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालु की सारी मुरादे पूरी होती है।
- उन्होंने बताया कि आज के दिन बाबा भोजन करते है उनको भोजन कराने पर आप जो भी उनसे मांगेगे वह पूरा होता है।
- जो लोग धन मांगते ,शांति मांगते है ,नौकरी रोजगार मांगते है बाबा सब पूरा करते है।
- पनकी में हनुमान जी के दर्शन के लिए पांच किलोमीटर तक लम्बी लाइन में लगे हुए हैं।
- ऐसे में उनके लिए ठंडे और साफ पेयजल की व्यवस्था की गई है।
- कुछ श्रद्धालु खुद ही लोगों को पानी पिलाने में जुटे हुए हैं।
- यहां करीब एक लाख श्रद्धालू दर्शन करने आते हैं।
पुलिस प्रशासन के कैसे हैं इंतजाम ?
- एसपी पश्चिम सोमेन्द्र वर्मा के मुताबिक मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को दो भागो में बाटा गया है l
- एक मंदिर के बाहर का हिस्सा और दूसरा मंदिर परिसर के अन्दर का हिस्सा ।
- इस कार्य में 800 सौ पुलिस कर्मियों को लगाया गया है ।
- इसके साथ ही आरपीऍफ़ और पीएसी के जवानो को तैनात किया गया है।
- पूरे परिसर में डेढ़ दर्जन से अधिक कैमरे लगाये गए है ,एलआईयू की टीम चप्पे-चप्पे में तैनात है।
- एक कंट्रोल रूम बनाया गया गया जहा से मंदिर व् आसपास के एरिया की निगरानी की जा रही है।
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