3695 करोड़ घोटाले के मामले में गिरफ्तार रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी का आज कोर्ट में पेशी है। बता दें कि सीबीआई ने विक्रम कोठारी एवं उसके पुत्र को 11 दिनों के रिमांड पर लिया था। जिसके बाद आज उनकी अदालत में पेशी की गई। इससे पहले सीबीआई ने 24 फरवरी को लखनऊ विशेष कोर्ट में राहुल और विक्रम कोठारी को पेश किया था। सीबीआई पूछताछ के लिए रिमांड की अर्जी दोबारा देगी। कोठारी के उपर विभिन्न बैंकों से करोड़ों के लोन लेकर हड़पने का केश दर्ज है।

3695 करोड़ का है पूरा मामला

पिछले दिनों सुबह विक्रम कोठारी के तिलक नगर स्थित कोठी पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने छापा मारा। इस दौरान सीबीआई ने विक्रम कोठारी सहित पत्नी साधना कोठारी और बेटे राहुल कोठारी को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई की दूसरी टीम ने माल रोड सिटी सेंटर स्थित रोटोमैक ग्लोबल के मुख्यालय पर धावा बोला। वहीं तीसरी टीम ने शाम को पनकी स्थित रोटोमैक फैक्ट्री पर छापा मारा। रोटोमैक ग्लोबल कम्पनी को सात बैंकों का 3695 करोड़ का ब्याज सहित लोन बकाया है। इस मामले में सीबीआई ने रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमेटेड के निदेशकों विक्रम कोठारी सहित पत्नी साधना व राहुल एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।

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किस बैंक ने कितने दिए लोन

विभिन्न बैंकों ने विक्रम कोठारी को 5 हजार करोड़ का लोन दिया था, जिसमें सबसे ज्यादा लोन 14 सौ करोड़ रूपया है, जिसे इण्डियन ओवरसीज बैंक ने दिया है। तो वहीं दूसरे नम्बर पर सबसे अधिक लोन देने के मामले में बैंक आॅफ इण्डिया अव्वल है, जिसने 1395 करोड़ रूपये कोठारी की कम्पनी को लोन दिए है। तो वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा ने 600 करोड़, यूनियन बैंक ने 485 करोड़ एवं इलाहाबाद बैंक 352 करोड़ रूपये का भारी भरकम लोन दिया था।

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