अप्रैल में देश के उच्च सदन राज्य सभा से समाजवादी पार्टी के 6 सांसद रिटायर हो रहे हैं। इनमें दर्शन सिंह यादव, नरेश अग्रवाल किरणमय नंदा और जया बच्चन का नाम मुख्य है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति के बाद पार्टी सिर्फ 1 सदस्य ही राज्य सभा में भेज सकती है। इस लिस्ट में सपा उपाध्यक्ष किरणमय नंदा, पार्टी महासचिव नरेश अग्रवाल और जया बच्चन का नाम मुख्य था। अखिलेश ने अपने 2 बड़े नेताओं को झटका देते हुए जया बच्चन को लगातार चौथी बार राज्य सभा भेजा है। आज जया बच्चन ने लखनऊ में विधानसभा परिसर में जाकर अपना नामांकन कराया।
जया बच्चन ने कराया नामांकन :
सपा की तरफ से राज्य सभा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद आज जया बच्चन लखनऊ में विधानसभा परिसर पहुँची और अपना नामांकन कराया। इस दौरान जया बच्चन के साथ राज्यसभा के लिए नामांकन में सहारा प्रमुख सुब्रत राय, कन्नौज से सपा सांसद डिम्पल यादव और सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा शामिल हुए। जया बच्चन ने नामांकन के बाद सपा को धन्यवाद दिया। जया बच्चन ने मुलायम और अखिलेश को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ने एक मौका दिया। पार्टी के लिए और अच्छा काम करना है। इसके अलावा बसपा के राज्य सभा उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर ने भी अपना नामांकन दाखिल करा दिया है।
ये भी पढ़ें: एटा: विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग में बुजुर्ग महिला से हुई हाथापाई
अखिलेश ने किया फैसला :
समाजवादी पार्टी के नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा और जया बच्चन का राज्यसभा कार्यकाल पूरा हो रहा है। सपा के पास सिर्फ 47 वोट हैं। ऐसे में पार्टी सिर्फ 1 ही सदस्य को राज्यसभा भेज सकती है। अतिरिक्त 1 वोट गठबंधन के तहत बीएसपी उम्मीदवार को मिलेगा। अखिलेश खेमे के सबसे कद्दावर नेता नरेश अग्रवाल का नाम राज्य सभा भेजे जाने के लिए तय माना जा रहा था मगर अखिलेश ने सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए जया बच्चन को उच्च सदन भेजने का फैसला किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस फैसले से पार्टी के तमाम नेता काफी हैरान थे।
ये भी पढ़ें: हुसैनगंज में मेट्रो की शटरिंग गिरी, 3 लोग घायल