राष्ट्रपति भवन में अन्तर्राष्ट्रीय सौर संगठन सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें 23 देशों के राष्ट्राध्यक्षों समेत 121 देशों के प्रतिनिधि मौजूद हैं। सम्मेलन का उद्घाटन फ्राँस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद है। सौर ऊर्जा पर आधारित 121 देशों का एक सहयोग संगठन है जिसका शुभारंभ भारत व फ्राँस द्वारा 30 नवंबर 2015 को पेरिस में किया गया। यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई पहल का परिणाम है, जिसकी घोषणा उन्होंने सर्वप्रथम लंदन के वेंबली स्टेडियम में अपने उद्बोधन के दौरान की थी।
इस दौरान पीएम मोदी ने भारत में वेदों ने हज़ारों साल पहले से सूर्य को विश्व की आत्मा माना है। भारत में सूर्य को पूरे जीवन का पोषक माना गया है। आज जब हम Climate Change जैसी चुनौती से निपटने का रास्ता ढूंढ रहे हैं तो हमे प्राचीन दर्शन के संतुलन और समग्र दृष्टिकोण की ओर देखना होगा। भारत में हमने दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार कार्यक्रम शुरू किया है। हम 2022 तक renewables से 175 GW बिजली उत्पन्न करेंगे जिसमें से 100 GW बिजली सौर से होगी। हमने इसमे से 20 GW installed solar power का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉन 12 मार्च को वाराणसी दौरे पर
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉन आगामी 12 मार्च को वाराणसी दौरे पर हैं। पीएम के आगमन की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। पीएम एवं फ्रांस के राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर पुलिस लाइन, डीरेका, बीएचयू और बड़ा लालपुर में हेलिपैड तैयार करने का काम शुरू हो गया है। शहर के जिन मार्गों से काफिला गुजरेगा, उसे भी सजाया जाएगा। सड़कों की मरम्मत और डिवाइडर का रंगरोगन होने लगा है। सुरक्षा के लिए 12 कंपनी अर्द्धसैनिक बल की मांग की गई है।
प्रशासन गंगा आरती कराने का बना रहा प्लान
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2015 में फ्रांस दौरे पर गए थे। तब उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद के साथ सीन नदी पर बोट राइड लुत्फ लिया था। इसे ही ‘नाव पर चर्चा’ नाम दिया गया था। इस दौरे पर दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा समेत कई क्षेत्रों में 20 समझौते हुए थे। मोदी के आने की तारीख तय होने के साथ ही प्रशासन सतर्क हो गया है। इस बार गंगा आरती को और भव्य बनाने की तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन गंगा आरती दशाश्वमेध और अस्सी घाट में से किसी एक कराने का प्लान बना रहा है।
45 मिनट मिर्जापुर में रहेंगे दोनों नेता
इस बार घाटों पर बनारस की संस्कृति को दिखाया जाएगा। इसके लिए दशाश्वमेध से लेकर अस्सी घाट तक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनमें वेदों का उच्चारण करते बटुक और तबला, सितार, सारंगी बजाते कलाकार होंगे। साथ ही साधु-संत प्रार्थना करते दिखाई देंगे। मोदी और मैक्रों बनारस जाने से पहले मिर्जापुर जाएंगे। वहां दादरकला गांव में 650 करोड़ की लागत से बने 75 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट का इनॉग्रेशन करेंगे। फ्रांस की कंपनी एनवॉयर सोलर प्राइवेट लिमिटेड और नेडा की मदद से यह सोलर प्लांट तैयार किया गया है। इनॉग्रेशन के दौरान करीब 45 मिनट दोनों नेता मिर्जापुर में रहेंगे। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी इससे पहले 12 दिसंबर 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी बनारस लेकर आए थे। दोनों नेता गंगा आरती में शामिल हुए थे।
6 घंटे बनारस में पीएम मोदी के साथ रहेंगे फ्रांस के राष्ट्रपति
पीएमओ से जिला प्रशासन को मिली प्रारंभिक सूचना के मुताबिक 12 मार्च को दोनों नेता करीब 6 घंटे बनारस में रहेंगे। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के साथ स्वागत की तैयारी ने जोर पकड़ा है। खास बात यह है कि पीएम मोदी इमैनुएल मैक्रों को बनारसी हस्तकला की कारीगरी दिखाने के साथ ही उसकी बारीकी के बारे में भी बताएंगे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के बाद अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का पीएम मोदी के साथ बनारस दौरा कई मायनों में खास होगा।
11 बजे विमान से पहुंचेंगे बाबतपुर एयरपोर्ट
दोनों नेता सुबह 11 बजे विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट आने के बाद पहले मीरजापुर जाएंगे। वहां दादर कला गांव में 75 मेगावाट सौर उर्जा पावर प्लांट का उद्धाटन करेंगे। मीरजापुर से हेलिकॉप्टर से बनारस वापस लौटने के बाद बड़ा लालपुर ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में विश्व प्रसिद्ध बनारसी साडि़यों की चमक के साथ हैंडलूम का ताना-बाना, भदोही की कालीन और कारीगरों को शिल्प उत्पादों बनाते देखेंगे। यहां से डीरेका होते हुए उस अस्सी घाट जाने का कार्यक्रम है, जहां पीएम मोदी ने फावड़ा चलाकर स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया था।
नदेसर कोठी में सजेगा नेताओं का दरबार
काशी स्टेट की जिस ऐतिहासिक नदेसर कोठी में किंग जॉर्ज से लेकर ईरान, अरब, नेपाल व नेपाल के राजा, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ठहर चुके हैं, उसी में फ्रांस के राष्ट्रपति का दरबार सजेगा। वर्तमान समय में होटल गेट वे (ताज ग्रुप) की देखरेख में रहने वाली नदेसरी कोठी के सभी कमरे व शाही ठाठ वाले हॉल बुक किए जा चुके है। फ्रांस के राष्ट्रपति को भारतीय संस्कृति एवं बनारसी मस्ती से रूबरू कराने के लिए ताज होटल की गुलाब बाड़ी यानी गुलाब के फूलों के बगीचे में खास होली मिलन समारोह होगा।
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