यूपी की 2 लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बाद सभी की नजर राज्य सभा के लिए होने वाले चुनावों पर लगी हुई है। 10 राज्य सभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में 8 सीटें भाजपा को मिलना तय है। इसके अलावा 1 सीट सपा और 1 सपा-बसपा के संयुक्त प्रत्याशी को मिलेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली को उत्तर प्रदेश के कोटे से राज्य सभा भेजने का फैसला भाजपा नेतृत्व ने किया है। इसके अलावा 1 अन्य सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और मुलायम सिंह यादव के करीबी को पार्टी ने प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया है।

अशोक बाजपेई हो सकते हैं प्रत्याशी :

उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड ताकत के कारण वह आराम से 10 में 8 राज्य सभा सीटें जीत सकती हैं। इसमें से 1 सीट पर केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पार्टी ने राज्य सभा प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के अनुसार, 1 अन्य सीट पर भाजपा ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और मुलायम सिंह यादव के करीबी अशोक बाजपेई को प्रत्याशी बनाया है। जल्द ही भाजपा द्वारा इसकी घोषणा भी कर दी जायेगी। मुलायम के करीबी का प्रत्याशी बनाया जाना सपा और भाजपा दोनों के नेताओं के लिए काफी हैरान कर देने वाला है।

 

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सपा-बसपा ने उतारे अपने उम्मीदवार :

भाजपा के पहले सपा ने अपने 1 सीट के कोटे के लिए जया बच्चन को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने दलित समीकरण साधते हुए भीमराव अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया है। उत्तर प्रदेश से 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है। इसके अलावा महाराष्ट्र और बिहार से 6-6 राज्य सभा सदस्यों का चुनाव होना है। मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से 5-5 तो ओडिशा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से 3-3 सीटों के लिए चुनाव होना है। इन चुनावों का काफी असर 2019 के लोकसभा चुनावों पर पड़ेगा।

 

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