उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला में पिछले साल एनटीपीसी में हुए ब्लास्ट के घाव अभी सही से भर भी नहीं पाए थे कि यूनिट नंबर 6 में तेज ब्लास्ट होने से फिर हड़कंप मच गया। इस घटना में विभागीय चूक के कारण एक दैनिक श्रमिक (इलेक्ट्रिशियन) गंभीर रूप से झुलस गया। साथी कर्मचारियों ने तत्काल विजय को परिसर में ही स्थित अस्पताल पहुंचाया। वहीं, एनटीपीसी के अधिकारी व कर्मचारी मामले को दबाए रहे लेकिन बुधवार की सुबह खुलासा हुआ तो कोई भी इस बारे में बोलने को तैयार नहीं है।

पांच माह पहले हुए हादसे में गई थी 45 लोगों की जान

गौरतलब है कि एनटीपीसी में हादसे के ये कोई पहला मामला नहीं है। अभी पांच महीने पहले एक नवंबर 2017 को ब्वॉयलर में ब्लास्ट होने से तीन एजीएम समेत 45 की मौत हो गई थी। मामले की 30 दिन में जांच के आदेश के बावजूद अभी तक न तो किसी रिपोर्ट का खुलासा नहीं हुआ। विभागीय लापरवाही का ही नतीजा है कि मंगलवार शाम फिर एक श्रमिक हादसे का शिकार हो गया।

घायल का इलाज एनटीपीसी के अस्पताल में चल रहा इलाज

जानकारी के मुताबिक, रायबरेली के एनटीपीसी यूनिट नंबर 6 वही एरिया है जहां पिछले साल ब्लास्ट हुआ था। मंगलवार की शाम को 3 नंबर ट्रांसफार्मर के पास एलसीवी/आरसीवी में अचानक ब्लास्ट हो गया। मौके पर मौजूद इलेक्ट्रिशियन विजय (38) गंभीर रूप से झुलस गया। विजय गोरखपुर के कम्पियरगंज का निवासी है। मामले में जब एनटीपीसी के अधिकारियों व कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की गई तो सभी ने मौन साध लिया। अस्पताल के अधिकारी तक खमोश हैं। वहीं, एनटीपीसी आवासीय परिसर में एनटीपीसी पुलिस चौकी होने के बावजूद किसी ने शिकायत नहीं की।

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