भारत का सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार जो अपनी ‘अखंडता’ के लिए मशहूर था वहां ‘संग्राम’ मचा हुआ है। कभी जहाँ छोटे से छोटे फैसले भी नेताजी की रजामंदी से लिए जाते थे। आज बड़े-बड़े मंत्रियों की बर्खास्तगी की भनक तक उन्हें नहीं लगती है। अपने ही सगे चाचा को शक्तिविहीन करने के बाद भतीजे अखिलेश से शिवपाल यादव की नाराजगी बेवजह नही थी। कल शिवपाल यादव ने दिल्ली मेें करीब 5 घंटे तक बंद कमरे में मैराथन मीटिंग की।
- शिवपाल दिल्ली में थें, तो मुलायम ने डैमेज कंट्रोल के लिए रामगोपाल को लखनऊ भेजा।
- रामगोपाल की अखिलेश यादव के साथ बैठक शुरू हो चुकी है।
- इस बीच खबर आ रही है कि मंत्री शिवपाल यादव भी लखनऊ के लिए रवाना हो चुके हैं।
- मालूम हो कि कल शिवपाल इटावा से सीधे दिल्ली के लिए निकल गए थें।
- अब प्रो. रामगोपाल के लखनऊ पहुंचने के बाद शिवपाल यादव भी यहां पहुंच रहें हैं।
शिवपाल यादव जमीनी नेता हैं, प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे- मुलायम
स्वागत करने को उमड़ा कार्यकर्ताओं का हुजूमः
- लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर शिवपाल के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है।
- सपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार शिवपाल यादव लखनऊ आ रहें हैं।
- बताया जा रहा है शिवपाल से लम्बी मंत्रणा के बाद मुलायम इस पूरे विवाद को सुलझाने में सफल रहें।
- शिवपाल के लखनऊ आगमन को लेकर सपा कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है।
रूठे शिवपाल को मनाएंगे बड़े भाई, मुलायम ही करेंगे अंतिम फैसला
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