2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए सभी पार्टियों के अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। सियासी गलियारों में काफी दिनों से भाजपा के खिलाफ महागठबंधन बनने की सुगबुगाहट चल रही है। इसी क्रम में आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने जनता दल यूनाइटेड के बागी नेता शरद यादव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
विकट स्थिति से गुजर रहा देश :
शरद यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद लखनऊ के वीवीआइपी गेस्ट हाउस में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दौर में देश बहुत विकट स्थिति से गुजर रहा है। भाजपा ने 2014 में कहा था कि सबका साथ सबका विकास करेंगे, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करेंगे, 2 करोड़ नौकरियां देंगे मगर आज तक कुछ भी नहीं किया है। सुप्रीम कोर्ट में इस सवाल को हम लोगों ने उठवाया सरकार ने कहा ये सम्भव नहीं है।
अमित शाह ने कहा कि 15 लाख रुपए जो देश के बाहर जमा किये गए वो वापस लाना भी एक जुमला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान की आत्महत्या बढ़ रहीं हैं। बेरोजगार नौजवान 26 हजार 500 लोगों ने सुसाइड की है। पहले 2 मोदी चले गये, फिर विजय माल्या चला गया है। अगर ये लोग हिन्दू धर्म में वापस आना चाहते हैं तो घर वापसी चिट्ठी लिखें। मुख्यमंत्री, मंत्री, MP सभी संविधान के दायरे के बाहर बोलते हैं। देश के संविधान को चोट पहुंचाते हैं।
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महागठबंधन पर बोले शरद यादव :
शरद यादव ने कहा कि इस समय हर पार्टी से एक साथ आने की अपील है। एक दौर था इमरजेंसी का तब कम पार्टी थी, आज ज्यादा है। यही कारण है कि हमनें साझा विरासत बचाव कार्यक्रम किया। राज्यसभा में 3 बार सरकार को हम लोगों ने हराया है। विपक्षी एकता का प्रयास लगातार जारी है। उपचुनाव में जो जीत हुई है, उसके लिए मैं सपा और बीएसपी को बधाई देता हूँ। 11 करोड़ लोगों का विश्वास था हमारे साथ तभी जनता ने महागठबंधन को जनादेश दिया था। मगर जिनको विरोध में बैठाना था, उन्हें साथ लिया। इतना बड़ा हादसा 70 साल में कभी नहीं हुआ। कांग्रेस और RJD को धक्का दे दिया। इतना पैसा चुनाव में बढ़ा दिया है कि कोई गरीब जीत ही नहीं सकता। मूर्तियों को तोड़ रहे हैं। रास्तों के नाम बदल रहे हैं।