राजधानी लखनऊ की क्राइम ब्रांच की टीम ने थाना आशियाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राहक सेवा केंद्र डिजिटल इंडिया के नाम से चलाये जा रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए विभिन्न शहरों के हजारों लोगों से करोड़ो रुपयो की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर रहे पांच शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने अभियुक्तों के कब्जे से पीओएस मशीन, फिंगरप्रिंट मशीन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय जाति, निवास कार्ड, मनी ट्रांसफर कार्ड, लैपटॉप, मॉनिटर, सीपीयू, कीबोर्ड, एटीएम डेबिट कार्ड, मोबाइल प्रिंटर, इंटरनेट एक्सटेंशन माउस, सिम, लग्जरी होंडा कार व मोटरसाइकिल भी बरामाद की है। फ़िलहाल क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के खिलाफ लखनऊ के आशियाना थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बरामाद माल को कब्जे में लेकर उनको जेल भेज दिया है तथा इनके एक अन्य फरार साथी की तलाश में जुट गई है।
एसएसपी ने क्राइम ब्रांच की टीम को पुरस्कृत करने का किया एलान
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी पढ़े-लिखे जरुर हैं, लेकिन ये शातिर किस्म के अपराधी हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों ने अपना जुर्म इकबाल करते हुए बताया कि वर्ष 2013 में नोएडा में नौकरी फोर जॉब पोर्टल बनाकर बेरोजगार युवकों से लाखों रुपयों की ठगी कर कॉल सेंटर संचालित करके की गई थी। ठगों ने पुलिस को बताया कि मोटी रकम डकारने के बाद ये लोग साईन टुडे कंपनी खोली जिसके जरिए से वारदात को अंजाम देते थे। एसएसपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने प्रतापगढ़ जिले के लालगंज थाना क्षेत्र स्थित रघुवापुर निवासी शेलेश मिश्रा, अतुल पांडेय, अजय मिश्रा, विपिन कुमार पांडेय व आशीष मिश्रा उर्फ राहुल को गिरफ्तार किया है। एसएसपी दीपक कुमार ने एएसपी अपराध दिनेश कुमार सिंह की टीम की सराहना कर उन्हें इनाम देने की घोषणा की है।
डिजिटल इंडिया के नाम पर कर रहे थे खेल
एएसपी अपराध दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक, वर्ष 2017 में लखनऊ में केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना डिजिटल इंडिया के नाम से लोगों को गुमराह कर डिजिटल फाउन्डेशन इंडिया नाम की कंपनी बताकर कॉल सेंटर चलाकर देश व प्रदेश के लोगों को ग्राहक सेवा केन्द्र खोलकर फर्जी प्रमाण पत्र तथा आईडी कार्ड बनाकर लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी कर ऐश कर रहे थे। यही नहीं हाईटेक गिरोह द्वारा मार्च माह वर्ष 2018 में एक नई कंपनी एचटी जेई सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड का रजिस्टर्ड कराई गई थी। बताया गया कि गिरोह पुलिस व अदालत से बचने के लिए डमी ड्रायरेक्टर बनाकर फर्जी तरीके से खाता खोलकर जालसाजी करते थे।
आलीशान कार्यालय खोलकर चला रहे थे गोरखधंधा
पकड़े गए जालसाल नोएडा के बाद आशियाना क्षेत्र के सीमा कॉलोनी में आलीशान कार्यालय खोलकर इस गोरखधंधें को अंजाम दे रहे थे। एसएसपी ने बताया कि यह लोग भोले-भाले लोगों को कॉल कर पीएम के नाम पर गुमराह कर उन्हें फंसाते थे, जिनके चक्कर आकर लोग अपनी गाढ़ी कमाई लूटा बैठते थे। इन्हें उस समय पता चलता था जब आईडी किसी काम के लिए विभागों में लगाते थे। जैसे ही पीड़ितों को जानकारी मिलती थी कि जिस प्रमाण पत्र या आईडी को बनवा रखा है वह फर्जी है। लेकिन हकीकत जानने के बाद पैरो तले जमीन खिसक गई और इसकी शिकायत पुलिस को दी।
700 लोगों को लगा चुके चूना
एएसपी अपराध के मुताबिक, राजधानी में बैठे हाईटेक ठगों ने नोएडा समेत कई जिलों में ग्राहक सेवा केन्द्र खोलकर फर्जी तरीके से आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड,पैन कार्ड सहित कई प्रमाण पत्र बनाकर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाया और उनसे करोड़ो रुपए डकार गए। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि ये लोग अब तक सात सौ लोगों को चूना लगाकर करोड़ों रुपए डकार चुके हैं। इनका एक साथी प्रतापगढ़ जिले के लालगंज थाना क्षेत्र स्थित रघुवापुर निवासी राज पांडेय फरार है। पुलिस का कहना है कि फरार राज की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
अभियुक्तों के पास से ये सामान हुआ बरामद
पुलिस को इनके पास से 2 लैपटॉप, पांच मानिटर, चार सीपीयू, 18 मोबाइल फोन, आठ की बोर्ड, एक प्रिंटर, 7 साकिड सिम, 3 पेन ड्राइव, 11 मोबाइल चार्जर, 6 इंटरनेट एक्शटेंशन, तीन चेक बुक, एक मोहर, 12 एटीएम कार्ड-क्रेडिट कार्ड, एक होण्डा सिटी कार व दो मोटर साइकिलें बरामद हुई हैं।
इस पुलिस टीम को एसएसपी करेंगे पुरस्कृत