लेसा चीफ का एक आॅडियो वायरल हुआ है जिसमें वह बिजली काटे जाने पर चेयरमैन का नाम लेकर एक्सईएन पर दबाव बना रहे हैं। बता दें कि शनिवार को बिजली विभाग ने कई विभागों की बत्ती गुल कर दी थी। जिसके बाद इन विभागों में हड़कंप मच गया। इन विभागों के उपर हजारों करोड़ रूपये का बिजली बिल बकाया है और विभाग ने बिजली विभाग के निजीकरण का विरोध करते हुए इनका कनेशन काट दिया था। हम वायरल हुए इस ऑडियो की पुस्ती नहीं करते हैं।
वायरल हुए इस आॅडियों में लेसा चीफ को बोलते हुए सुना जा रहा है कि बिल जमा करने की बात हो गई है चेयरमैन साहब का कहना है कि जब बिल जमा करने की बात की गई थी तो बिजली चालू करने में 3 घण्टे क्यों लग गए। उनका कहना है कि जिन-जिन विभागों का पेयमेन्ट करने के लिए कहा गया है उसका बिजली चालू कर दें, सबका तो बिजली चालू करनेे के लिए बोल तो नहीं रहे हैं। लेसा चीफ अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि मैनें सिर्फ एमडी को सूचित किया था लेकिन चेयरमैन को नहीं। जिसके कारण चेयरमैन ने लेसा चीफ के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। कहा कि सभी विधायक, सीएम के पास पहुंच गए हैं जिसके बाद चेयरमैन भी प्रेशर में आ गए है।
सरकारी भवनों पर लगभग 10,740 करोड़ रूपये का बिजली बिल बकाया
बता दें कि पूरे प्रदेश में सरकारी भवनों पर लगभग 10,740 करोड़ रूपये का बिजली बिल बकाया है। बिजली विभाग के घाटे में जाने के कारण सरकार ने बिजली विभाग को निजीकरण करने का फैसला लिया है। जिसके बाद निजीकरण के विरोध में विभाग ने सरकारी भवनों पर बकाया बिजली बिल वसूलना शुरू कर दिया है। बता दें कि बिजली बिल बकायदारों में सरकारी संस्थानों की लंबी लिस्ट है। इन संस्थानों द्वारा बिजली बिल भुगतान नहीं करने पर बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने की कवायद शुरू कर दी है। जिस पर कदम उठाते हुए विभाग ने डालीबाग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस सहित कई विभागों का कनेक्शन काट दिया था।
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