सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग को लेकर विरोधी दलों में पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही थी. इस प्रस्ताव को संसद में लाने के लिए कांग्रेस ने कई दलों से बातचीत भी की थी.
महाभियोग प्रस्ताव पर कांग्रेस ने किया इनकार :
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के तौर-तरीकों पर सवाल उठाते हुए इस साल जनवरी में ही सुप्रीम कोर्ट के 4 सीनियर जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। भारत के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जज जस्टिस जे चेलमेशवार, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसफ ने मीडिया के सामने आकर सीजेआई दीपक मिश्रा की प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल उठाए थे.
जिसके बाद से ही सीजेआई के खिलाफ महाभियोग को लेकर विरोधी दलों में चर्चा चल रही थी. इस प्रस्ताव को संसद में लाने के लिए कांग्रेस ने कई दलों से बातचीत भी की थी. कांग्रेस लगातार न्यायपालिका में संकट की बात कह रही है. कांग्रेस का कहना है कि चारों जस्टिस के आरोप सही हैं. कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी, टीएमसी और सीपीआईएम सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी. सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस प्रस्ताव को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. राज्यसभा में पेश करने की वजह बताई जा रही है कि प्रस्ताव लाने के लिए कम से कम 50 सांसदों की सहमति की जरूरत होती है और लोकसभा में विपक्ष के पास यह आंकड़ा नहीं है. राज्यसभा में विपक्ष मजबूत है, इसलिए महाभियोग के इस प्रस्ताव को राज्यसभा में लाया जाएगा. लेकिन कांग्रेस ने आधकारिक तौर पर इसका खंडन किया है.
महाभियोग के प्रस्ताव को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस बात में दम नहीं है. हालांकि एनसीपी के नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई के लिए प्रकिया शुरू कर दी है.
एनसीपी नेता माजिद मेमन ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, ”सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने देश के चीफ जस्टिस के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है.” यह पूछे जाने पर कि अब तक कितने सांसदों ने नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं, उन्होंने कहा कि उन्होंने बस महाभियोग के प्रस्ताव में हस्ताक्षर किया है. इसलिए इस सवाल का सही जवाब कांग्रेस दे सकती है.
एनसीपी के अन्य सांसद डीपी त्रिपाठी ने बताया है कि उन्होंने भी महाभियोग पर हस्ताक्षर कर दिया है, दूसरे भी हस्ताक्षर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर आरोप हैं.
त्रिपाठी ने इस बात की भी पुष्टि की कि हस्ताक्षर करने वालों में एनसीपी, माकपा, भाकपा के सदस्य और अन्य लोग हैं. उन्होंने इशारा किया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं.
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