एक कहावत आप ने खूब सुनी होगी “एक तो चोरी, ऊपर से सीना जोरी” कहावत उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह पर एकदम सटीक बैठती है। दरअसल भाजपा विधायक के गुंडा भाई पर एक युवती ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया। आरोप है कि जब युवती के घरवालों ने इसका विरोध किया तो ये गुंडा अपने गुर्गों के साथ पीड़िता के घर जा धमका और परिजनों की बेरहमी से पिटाई कर दी।
इसकी गुंडई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने इस घटना को अंजाम पुलिस की मौजूदगी में दिया और पुलिस खड़ी तमाशा देखती रही। इतना ही नहीं बेशर्म हो चुकी उन्नाव पुलिस ने पीड़ित पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भाजपाई गुंडे ही प्रदेश की कानून-व्यवस्था को किस तरह ध्वस्त करने में लगे हुए हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक को गोली मारने का है भाजपा विधायक का भाई
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के भाई की दबंगई का एक मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि विधायक के भाई और उसके गुर्गो ने माखी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार को घर मे घुसकर जमकर मारपीट की। आरोप है कि बेटी से छेड़खानी का विरोध करने पर भाजपा विधायक के भाई ने परिजनों को जमकर पीटा।
विधायक के भाई अतुल सिंह और उनके गुर्गो ने युवती से जबरन छेड़छाड़ की थी। आरोपी विधायक के भाई पर पूर्व में अपर पुलिस अधीक्षक को गोली मारने का आरोप है। भाजपा विधायक की गुंडागर्दी का अंदाजा इसी बात से लगता जा सकता है कि उसने पुलिस की मौजूदगी में परिजनों को जमकर पीटा और पुलिस खड़ी तमाशा देखती रही। इतना ही नहीं पुलिस ने बेशर्मी दिखाते हुए घायल पीड़ित पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया।
मामला माखी गांव का है। जून 2017 को यहां की एक युवती को गांव के ही कुछ लोग अगवा कर ले गए। करीब आठ माह बाद युवती मिली तो उसने परिजनों को आपबीती सुनाई। जिस पर पीडि़ता ने थाने में प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई के लिए कहा, लेकिन उसकी एक न सुनी गई। अधिकारियों के पास दौड़ लगाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़ता ने अदालत की शरण ली। 156-3 के तहत पीडि़ता का मामला लंबित है। मंगलवार को इसी प्रकरण में तारीख थी। सुनवाई के बाद 10 अप्रैल की तारीख दी गई। परिजनों ने बताया कि जब वह गांव पहुंचे तो बांगरमऊ विधायक के भाई अतुल सिंह ने पांच छह साथियों के साथ उन्हें रास्ते में रोक लिया और मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाते हुए धमकाया।
युवती के पिता द्वारा इन्कार किए जाने पर विधायक के भाई ने पूरे परिवार को पीटा। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी दबंग मारपीट करते रहे। पिटाई में किशोरी के पिता लहूलुहान हो गए, वहीं अन्य परिजनों के चोटें आई हैं। इधर युवती मां और दादी के साथ डीएम रवि कुमार एनजी के पास पहुंची और आपबीती सुनाई। डीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसओ माखी को जमकर फटकारा और मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके बाद पीडि़त युवती का परिवार एसपी से मिला। जिस पर एसपी पुष्पांजलि ने जांच के लिए सीओ सफीपुर को मौके पर भेजा है।
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