योगी सरकार के इशारे पर यूपी में समाज के एक वर्ग विशेष में भय का माहौल पैदा करने के लिए पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर किये जा रहे हैं। जिसमें से कुछ पुलिसकर्मी भी अपने व्यक्तिगत हितों को साधने के लिए घटना को अंजाम दे रहे हैं। ये आरोप आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने पिछली 6 फरवरी को लगाए थे। इससे पहले नोएडा फर्जी एनकाउंटर चर्चा में आया था। लेकिन इन दिनों एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इस ऑडियो में कथित रूप से एक इंस्पेक्टर वांटेड क्रिमिनल से एनकाउंटर करने के लिए जानकारी दे रहा है। कथित ऑडियो में पुलिसकर्मी बता रहा है कि पुलिस उसका एनकाउंटर करनाचाह रही है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस सच में एनकाउंटर कर रही है या सरकार के दबाव में अपराधियों को ठिकाने लगा रही है। ये कथित ऑडियो झांसी पुलिस का बताया जा रहा है लेकिन बातचीत कब की है इसकी जानकारी अभी नहीं हो पाई है। वायरल हो रहे इस कथित ऑडियो की uttarpradesh.org पुष्टि नहीं करता।

 

बेटे सहित मौके से भाग गया अपराधी

जानकारी के मुताबिक, झांसी के मऊरानीपुर में दबंग पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज सिंह पर भाजपा पार्षद से रंगदारी मांगने और मारपीट का आरोप है। बताया जा रहा है कि मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर में आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख और उसके बेटे को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान पुलिस टीम पर आरोपी पक्ष के लोगों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की लेकिन मौके का फायदा उठाकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख बेटे सहित मौके से भाग निकला। आधे घंटे हुई फायरिंग के बाद भी आरोपी भाग निकला। फरार हुए ब्लॉक प्रमुख और उसके बेटे की पुलिस तलाश कर रही है।

भाजपा पार्षद ने दर्ज कराया था मुकदमा

पुलिस के मुताबिक, मऊरानीपुर थाना समेत अन्य थानों में पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज के खिलाफ दर्जनों गंभीर मामले दर्ज है। पिछले दिनों पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज और उसके बेटे रानीपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष भगत सिंह यादव के खिलाफ भाजपा पार्षद प्रदीप गुप्ता से 5 लाख रूपये रंगदारी मांगने व मारपीट करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी पक्ष ने पार्षद के घर में घुसकर धमकी दी और मामला वापस लेने को कहा। केस दर्ज होने के बाद पुलिस पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज और उसके बेटों की तलाश में दबिश दे रही थी। मध्य प्रदेश बार्डर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख के मौजूद होने की सूचना पर पुलिस ने शुक्रवार को छापा मारा।

पहले से ही तैयार थी स्क्रिप्ट

इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बयान दिया कि मऊरानीपुर थाना प्रभारी सुनीत सिंह को जानकारी हुई कि यूपी और एमपी की सीमा पर स्थित हरकनपुरा के पास पूर्व ब्लॉक प्रमुख लेखराज और उसके बेटे अपने साथियों के साथ मौजूद हैं। सूचना पर अपनी टीम के साथ बताये गये स्थान पर दबिश दी गई। पुलिस को देख लेखराज ने अपने बेटे व साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। लगभग आधा घंटे कई राउंड फायरिंग हुई। इस दौरान मौके का फायदा उठाकर लेखराज अपने बेटे व साथियों के साथ मौके से भाग निकला। फायरिंग के दौरान आरोपियों की ओर से की गई गोलीबारी में पुलिस की प्राईवेट गाड़ी का कांच क्षतिग्रस्त हो गया। घटना में थाना प्रभारी व एक सिपाही घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। लेकिन वायरल हो रहे इस कथित ऑडियो से साफ है कि पुलिस ने अपराधी को पकड़ने के लिए केवलफर्जी मुठभेड़ की। मुठभेड़ की स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार थी। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

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