काॅमन वेल्थ गेम्स में भारत को वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक दिलाने वाली वाराणसी के पूनम यादव के परिवार पर हमला हुआ है। जिसके बाद पूनम वाराणसी पुलिस से गुहार लगाई है। इस बीच पूनम पर हमले की अफवाह से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पर पहुंची डायल 100 ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक रोहिनया थाना क्षेत्र के रोहिनया गांव में स्वर्ण पदक विजेता पूनम सुबह अपने बुआ के घर गयी हुई थी, जहां उनके बुआ और पड़ोसियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिसमें देखते ही देखते बात मारपीट तक पहुंच गई। मामले का बीच बचाव करने पहुंचे पूनम यादव के चाचा के ऊपर भी हमला हुआ। जिसके बाद पूनम यादव घटना की फरियाद ले कर रोहनिया थाना पहुंचीं। जिसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर घटना की छानबीन में जुट गई है।
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पूनम ने किया बीच बचाव
पूनम के पिता कैलाशनाथ यादव ने बताया कि मेरी बहन मंजू यादव के परिवार पर किसी बात को लेकर प्रधान के लोगों के साथ मारपीट हो गई थी। जिसकी सूचना पर मैं और पूनम पुलिस लेकर गांव में पहुंचे जहां पुलिस प्रधान के घर जाकर वापस हो गई। इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। परिवार के लोगों से मिलकर वह वापस आ रहे थे, इसी बीच फोन आया कि उनके भाई के साथ अन्य लोगों की पिटाई की जा रही है जिसके बाद वह घटना स्थल पर पहुंचे।
थाने से फोर्स के साथ पहुंची पूनम
पूनम के पिता का आरोप है कि मामले की जानकारी के बाद पूनम फोर्स के साथ गांव में पहुंची। इसके बावजूद पुलिस वालों के सामने भी उनके भाई गुलाब यादव व परिवार के लोगों के साथ मारपीट की गई। जिसके बाद पूनम बीच बचाव करने लगी तो उसपर भी हमला किया गया। हालांकि इस दौरान पूनम किसी तरह बच गईं है। इस दौरान कई लोगों को चोट लगी है।
आपको बता दें कि पूनम ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में 69 किग्रा वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने 222 किग्रा का भार उठाकर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था।
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