फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में मदद के बदले सपा को अपना समर्थन राज्य सभा चुनावों में बसपा को देना था मगर समर्थन देने के बाद भी कुछ कारणों से बसपा प्रत्याशी हार गया था। इसके बाद अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानपरिषद् के चुनाव में बसपा को रिटर्न गिफ्ट देने की तैयारी कर ली है। आगामी 5 मई को सपा के 7 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इनमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई बड़े नेता शामिल हैं। 2019 के चुनाव और दलितों की नाराजगी को देखते भाजपा अपने कोटे से 2 दलित MLC भी बना सकती है जिसमें कई नाम सामने आ रहे हैं।
13 में 11 सीटें जीतेगी भाजपा :
उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रचंड बहुमत के दम पर 13 में 10 सीटें भाजपा के हिस्से में आना तय माना जा रहा है। इनमें सरकार में शामिल अल्पसंख्यक राज्य मंत्री मोहसिन रजा और ग्राम्य विकास राज्य मंत्री डा. महेन्द्र सिंह का नाम शामिल है। इनका कार्यालय 5 मई को खत्म हो रहा है। पहले तय हो चूका था कि मोहसिन रजा 1 साल के लिए ही एमएलसी रहेंगे मगर अभी तक भाजपा नेतृत्व को मोहसिन रज़ा की जगह दूसरा बड़ा मुस्लिम चेहरा नहीं मिल सका है। ऐसे में मोहसिन रजा का फिर से एमएलसी बनना लगभग तय है। भाजपा का कहना है कि पार्टी इस प्रकार धोखेबाजी की संस्कृति में विश्वास नहीं करती है। इन सभी सीटों पर पार्टी के दूसरे पदाधिकारियों और बड़े नेताओँ को लिया जाएगा।
2 दलित एमएलसी बना सकती है भाजपा :
उत्तर प्रदेश की विधानपरिषद की खाली होने वाली 13 सीट पर बीजेपी अपने 11 कैंडिडेट विधानपरिषद आसानी से भेज सकती है। इस बीच दलितों की भाजपा के प्रति नाराजगी को देखते हुए भाजपा बड़ा फैसला ले सकती है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी 2 दलित नेताओं को भी एमएलसी बनाने का मन बना रही है। इससे जहां पार्टी में दलित नेताओं का आक्रोश कम होगा वहीं जनता को भी मैसेज देंगे। ऐसे में 2019 के चुनाव मैदान में जाने के पहले दलितों का रुख भाजपा के प्रति कुछ नर्म होने के भी चांसेस हैं।