हाल में हुए उत्तर प्रदेश लोकसभा उपचुनावों में बसपा प्रमुख मायावती ने भले ही सपा को 2 सीटों पर जीत दिलवाने में मदद की हो लेकिन मायावती ने इस बात का साफ़ संकेत दे दिया है कि उनकी पार्टी आगामी 2019 के आम चुनावों में सपा के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर सख्त समझौता करेगी। इसके अलावा ज्यादा सीटों को घेरने के लिए बसपा सुप्रीमों मायावती 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने लोकसभा सीट की तलाश शुरू कर दी है। इस बीच मायावती के चुनाव लड़ने वाली सीट को लेकर सियासी गलियारों में कई खबरें चल रही हैं।
बुलंदशहर से लड़ सकती हैं चुनाव :
सियासी गलियारों में खबरें हैं कि बसपा सुप्रीमो मायावती 2019 का लोकसभ चुनाव लड़ेंगी। चर्चा है कि मायावती इस बार पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अपनी किस्मत आजमाएंगी। मायावती यूपी वेस्ट की बुलंदशहर लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। ऐसा इसीलिए क्योंकि बुलंदशहर उनके पैतृक गांव बादलपुर के पास है। मायावती के बुलंदशहर से लड़ने के कारण वेस्ट यूपी में बसपा को 2009 लोसकभा चुनाव जैसी सफलता मिल सकती है। 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा को 21 सीटें मिली थीं। बसपा सूत्रों के मुताबिक, बुलंदशहर से सटे आगरा व हाथरस की लोकसभा सीटें आरक्षित हैं। ऐसे में उनका वेस्ट यूपी की सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
2004 में लड़ा था लोकसभा चुनाव :
बसपा अध्यक्ष मायावती ने पिछला लोकसभा चुनाव 2004 में अकबरपुर सीट से लड़ा था। उसके बाद से उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है। वह अभी तक राज्यसभा और विधानपरिषद के रास्ते सदन तक पहुंचीं हैं। इस बार अकबरपुर भी सामान्य सीट हो गई है तो डेढ़ दशक बाद इस तरह की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। इस बारे में बसपा नेता जोगिंदर अवाना का कहना है कि यह फैसला तो खुद बहन मायावती ही लेंगी। राजनीति में चर्चा चल रही है तो उसका वे कुछ नहीं कर सकते। अगर गठबंधन के तहत मायावती चुनाव लड़ती है तो निश्चित तौर पर बसपा को जमीनी स्तर पर काफी फायदा होगा। इसके अलावा सपा-बसपा गठबंधन के तहत अखिलेश यादव भी मायावती के लिए प्रचार करते नजर सकते हैं।