नरेंद्र मोदी ने जिस दिन से प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला है, तभी से हर महीने के आखिरी रविवार को रेडियो से देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं. उसी कड़ी में आज पीएम मोदी ने रैदो पर मन की बात कार्यक्रम को सम्बोधित किया. अपने संबोधन में कॉमन वेल्थ खेलों में अच्छे प्रदर्शन के लिए खिलाडियों को बधाई दी.
पैगम्बर मोहम्मद साहब का किया जिक्र:
शनिवार को चीन दौरे से लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा की तरह आज रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित किया. रेडियो के जरिए मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ खेलों का आयोजन हुआ, जहां पर भारतीय खिलाड़ियों ने देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. भारतीय खिलाड़ियों ने 26 गोल्ड, 20 सिलवर, 20 कांस्य पदक जीतें.’
पीएम मोदी के ‘मन की बात’ की खास बातें:
फिटनेस:
– जिंदगी में ख़ुशी का कोई राज है तो वो फिटनेस ही है, इसलिए जितना हो सके खुद को फिट रखने के लिए काम करें. फिट रहने के लिए योग का महत्वपूर्ण योगदान है.
– फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने देश के युवाओं में फिटनेस को बढ़ावा दिया है.
स्वच्छता:
– समर स्वच्छ भारत इंटर्नशिप से देश के बच्चों को जुड़ना चाहिए. इंटर्नशिप खत्म होने के बाद छात्र को सरकार की ओर से सर्टिफिकेट दिए जाएंगे.
-स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप से स्वच्छता को भी बल मिलेगा और जब हम 2 अक्टूबर को महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती मनायेंगे, उससे पहले हमे कुछ करने का संतोष मिलेगा. जो भी उत्तम इंटर्न होंगे, उनको राष्ट्रीय लेवल पर सम्मानित किया जायेगा.
महिला खिलाडी:
– मनिका बत्रा ने हर इवेंट में मेडल जीतकर कमाल कर दिखाया है.
– छोटे शहरों के खिलाड़ी विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं, जिसे देखकर खुशी होती है.
– इस बार के खेल इसलिए भी खास थे, क्योंकि महिला खिलाड़ियों ने अपना जज्बा दिखाया.
– बैटमिंटन में देश की ही दो खिलाड़ी सानिया नेहवाला और पीवी सिंधु के बीच नुकाबला देखकर हर व्यक्ति खुश था, क्योंकि दोनों मेडल भारत के ही खाते में आने थे.
जल संरक्षण:
– जल संरक्षण समाजिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, क्योंकि एक व्यक्ति के जिम्मेदारी निभाने से देश का या फिर दुनिया का उद्दार नहीं होगा.
-पानी की एक-एक बूंद को बचाया जाना चाहिए.
-पाटन की बावड़ी यूनेस्को की धरोहर सूची में
-जल प्रबंधन पर 32 हजार करोड़ खर्च हुए
-डेढ़ सौ लाख हेक्टेयर जमीन को फायदा
रविन्द्रनाथ टेगौर:
-पीएम मोदी ने रविंद्रनाथ टैगोर का जिक्र करते हुए कहा, “रविंद्रनाथ बहुत प्रतिभावान कवि थे.”
-सुबह जल्दी उठकर सुनता था.
-रविंद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि ज्ञान को जिज्ञासुओं के साथ बांटना चाहिए.
रमजान:
-पीएम मोदी ने रमजान की बधाई देते हुए कहा, “कुछ की दिनों में रमजान शुरु हो रहा है.”
-रोजा रखकर ही भूख समझ सकते हैं.
-पवित्र माह में लोगों को दान करते हैं.
मोहम्मद पैगम्बर:
– रमजान का पवित्र महीना एक महीने में शुरू होने वाला है, इस महीने में पैंगबर मोहम्मद साहब की बातों से शिक्षा लेनी चाहिए.
– पैंगबर मोहम्मद ने कहा था कि अगर आपके पास किसी चीज की अधिकता है तो आप उसे दूसरों में दान करें.
-एक बार एक शख्स ने पैगम्बर साहब से पूछा- ‘इस्लाम में कौन सा कार्य सबसे अच्छा है?’ पैगम्बर साहब ने कहा – ‘किसी गरीब और ज़रूरतमंद को खिलाना और सभी से सदभाव से मिलना, चाहे आप उन्हें जानते हो या न जानते हो’
बुद्ध पूर्णिमा:
-भारत भगवान बुद्ध की धरती है
-बुद्ध पूर्णिमा के लिए देश को बधाई
-भगवान बुद्ध समानता के लिए प्रेरणा दिए
-बुद्ध ने शांति और सद्भाव की प्रेरणा दी
-कई बौद्ध मंदिरों का पुनर्निर्माण
-केंद्र सरकार पुनर्निर्माण करा रही
– बुद्ध पूर्णिमा प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष दिवस है.
-हमें गर्व होना चाहिए कि भारत करुणा, सेवा और त्याग की शक्ति दिखाने वाले महामानव भगवान बुद्ध की धरती है.
-परमाणु परीक्षण बुद्ध पूर्णिमा के दिन हुआ
-11 मई 1998 को परीक्षण हुआ था
बाबा साहब:
-संविधान ने लोगों को सशक्त बनाया
-बाबा साहेब के संविधान से लोग सशक्त
-हाशिए पर खड़े लोगों को सशक्त बनाया
नारी शक्ति पर रहता है जोर:
गौरतलब है कि पीएम मोदी जब-जब रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हैं, तब-तब नारी शक्ति का जिक्र जरूर होता है. मन की बात के 40वें संस्करण को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कल्पना चावला और भारत की उन तमाम नारी शक्ति को सलाम किया था, जिन्होंने भारत का नाम रोशन किया.
महीने के आखिरी रविवार को होता है कार्यक्रम:
बता दें कि नरेंद्र मोदी ने जिस दिन से प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला है, तभी से हर महीने के आखिरी रविवार को रेडियो से देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं. इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा था कि टीवी आज भी हर ग्रामीण के घर में मौजूद नहीं है, लेकिन रेडियो देश का हर शख्स सुनता है, इसलिए रेडियो के जरिए संवाद करने से ना सिर्फ लोग उन्हें सुन पाएंगे बल्कि अपने सुझाव भी आसानी से दे पाएंगे.