दिल्ली के लालकिले के रखरखाव का काम डालमिया ग्रुप को दिए जाने के बाद से ही विपक्ष सरकार की आलोचना कर रहा है. वहीं लाल किले से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फतेहपुरी मस्जिद की हालत बेहद खराब है. सही देख रेख ने हो पाने से मस्जिद की स्थिति बदहाल है.
दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद झुक गयी:
मस्जिद की दीवारों में दरार आ गई है, प्लास्टर टूटकर गिर रहा है, यहां तक कि मस्जिद की दाईं मीनार पीछे की तरफ झुक गई है. प्रशासन से मस्जिद की मरम्मत की गुहार लगाकर थक गए. अब स्थानीय लोग चंदा इकट्ठा कर मस्जिद की मरम्मत कराने में जुट गए हैं. बता दें कि 1650 ईसवी में शाहजहां ने लाल किले की तामीर के वक्त ही इसका भी निर्माण कराया था. फतेहपुरी मुगल बादशाह शाहजहां की बेगम थीं. उन्हीं के नाम पर शाहजहां ने चांदनी चौक की पुरानी गली के पश्चिमी छोर पर 1650 में मस्जिद का निर्माण करवाया. ताज महल परिसर में बनी मस्जिद भी इन्हीं के नाम पर है.
हो सकता है बड़ा हादसा:
दिल्ली के चांदनी चौक में मौजूद फतेहपुरी मस्जिद में रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. बता दें कि यह ऐतिहासिक मस्जिद दिल्ली वक्फ बोर्ड के तहत आता है. लेकिन उन्हें भी इसकी सुध नहीं है. मस्जिद की बाईं मीनार पीछे की तरफ झुक गई है. मस्जिद के इमाम का मानना है कि इसे जल्दी ठीक नहीं किया गया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
फतेहपूरी मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुकर्रम ने बताया कि वह काफी समय से इस ऐतिहासिक मस्जिद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं. इस सिलसिले में उन्होंने वक्फ बोर्ड से लेकर पुरातत्व विभाग तक को लगातार अवगत कराया है. सरकार को खत लिखे लेकिन कहीं से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. इमाम का मानना है कि सरकार इस ऐतिहासिक धरोहर की मरम्मत का जिम्मा उठाए.
स्थानीय लोगों ने की मदद:
मस्जिद में रोजाना पांच वक्त की नमाज होती है, मस्जिद की दीवारों में आ रही दरार और गिरते प्लास्टर से नमाजियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन से मदद न मिलने पर स्थानीय लोगों ही पैसा इकट्ठा कर कुछ दीवारों और छत की मरम्मत कराने के लिए आगे आए हैं.