भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेटमंत्री कलराज मिश्र ने अलीगढ़ मुश्लिम विश्वविद्यालय में हो रहे जिन्ना विवाद पर बयान देते हुए कहा की जिन्ना भारत विभाजन का प्रतीक है.
जिन्ना की तस्वीर हटनी चाहिए: कलराज मिश्र
मोदी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री कलराज मिश्र आज श्री कृष्ण की नगरी मथुरा पहुंचे. जहाँ उन्होंने नीम करोरी बाबा आश्रम पहुचकर बाबा का पूजन अर्चना की.
जिसके बाद कलराज मिश्र ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने जिन्ना विवाद पर कहा कि जिन्ना भारत विभाजन का प्रतीक है.
उन्होंने जिन्ना को खलनायक बताते हुए कहा, “भारत विभाजन में जिन्ना की भूमिका खलनायक की रही थी”
उन्होंने माना की भारत के विभाजन में सबसे बड़ा हाथ जिन्ना का ही था. उन्होंने कहा, “जिन्ना ने ही भारत के लोगो में हिंसा पैदा कर भारत के दो हिस्से कर पाकिस्तान और हिंदुस्तान बना दिये.”
इसके बाद जिन्ना की तस्वीर पर चल रहे विवाद को लेकर कहा, “अगर कोई हिंदुस्तान में लगे जिन्ना के चित्र को हटाने को कहता है, तो उसे हटा देना चाहिए.”
उन्होंने आगे कहा की इसे इतना बड़ा मुद्दा नही बनाना चाहिये, जिससे देश मे हिसा पैदा हो.
मणिशंकर के बयान से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा: कलराज मिश्र
इसके बाद कलराज मिश्र ने 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी बात की. उन्होंने कर्नाटक चुनाव पर मणिशंकर द्वारा दिये गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मणिशंकर पूर्व में भी कई बार ऐसे बयान दे चुके है. उन्होंने कहा की वे मणिशंकर के बारे में किसी प्रकार की टिप्पणी नही करना चाहते है.
उन्होंने यह भी कहा की मणिशंकर के इस तरह के बयान से कर्नाटक चुनाव पर कोई असर नही पड़ेगा. उन्होंने कहा,” हिदुस्तान का मुसलमान देश भक्त है, इसलिए मणिशंकर के बयान का कोई असर नही होगा.”
गौरतलब है कि कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर ने जिन्ना को कायदे आजम कहते हुए महात्मा गाँधी से तुलना की थी.
कलराज मिश्र ने यूपी के कैराना और नूरपुर चुनाव पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कैराना और नूरपुर में होने बाले उपचुनाव के नतीजो पर कहा कि दोनों ही जिलों में निश्चित तौर पर भाजपा की जीत होगी.