कर्नाटक के मुख्य चुनाव आयुक्त संजीव कुमार ने बेंगलुरु में पकड़े गये हजारों वोटर आईडी कार्ड के मामले को लेकर कल रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि फर्जी मतदाता पहचान पत्र से जुड़े मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
चुनाव से 3 दिन पहले फर्जी वोटर कार्ड बरामद :
12 मई यानी तीन दिन बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव है लेकिन चुनाव से पहले ही एक सनसनीखेज खबर आई है. बेंगलुरू के जलाहल्ली इलाके के एक घर से करीब 10 हजार फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं. जिसके बाद प्रशासन से लेकर चुनाव आयोग तक में हड़कंप मच गया है.
राज्य में चुनाव प्रचार अब अंतिम दौर में चल रहा है. इस बीच राजधानी बेंगलुरु में पकड़े गए हज़ारों वोटर आईडी कार्ड से राजनीतिक उठापठक शुरू हो गई है.
चुनाव आयोग ने यहां पर 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए. इस मामले में चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं जांच अभी भी जारी है. दूसरी ओर मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में एक-दूसरे पर आरोप लगाने की होड़ लगी है.
इस मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
कर्नाटक के मुख्य चुनाव आयुक्त संजीव कुमार ने कल रात इसी मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि हमने बेंगलुरु के आरआर नगर के एक फ्लैट से 9,746 फर्जी मतदाता पहचान पत्र बरामद किए हैं. फर्जी मतदाता पहचान पत्र से जुड़े मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये एक गंभीर मसला है.
क्या है मामला:
मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए. यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है.
कर्नाटक के मुख्य चुनाव आयुक्त संजीव कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि वह खुद इस घर में गए थे और उन्होंने यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए थे. इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था. हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था.
कांग्रेस ने लगाया भाजपा पर आरोप:
मामला सामने आने के बाद राजनीतिक बयानबाजी गरमा गयी है. मंगलवार देर शाम कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आरोप लगाया कि जिस फ्लैट से वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं वो फ्लैट मंजुला नंजामुरी का है, जो कि बीजेपी की नेता हैं. जबकि घर में रहने वाला किरायेदार उन्हीं का बेटा राकेश है.
सुरजेवाला ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि 2015 में राकेश ने बीजेपी के टिकट पर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गए थे.
"This is the BJP MLA candidate Muniraj Gowda with BJP leader Rakesh, in whose flat the voter IDs were recovered.
Election Commission has clearly said that Manjula Nanjamari had rented the flat to her son Rakesh. BJP's lies stand exposed": @rssurjewala #BJPDramaExposed pic.twitter.com/5N2WRNHJX9
— Karnataka Congress (@INCKarnataka) May 8, 2018
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बीजेपी ने किया कांग्रेस पर पलटवार:
बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया गया कि राज राजेश्वरी में कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार फेक वोटर आईडी कार्ड बनाए हैं. बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रही है. बीजेपी की ओर से इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत की गई है.
BJP के सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है.
The Statement from Election commissioner is very clear .The flat where Thousands of Voter id were found .The Flat Allegedly rented out to Mr Rakesh .If Election commission had proof they would not have used word Allegedly rented. Now I request EC to produce proof on allegation pic.twitter.com/Jve0QEWQQK
— Sadananda Gowda (@DVSadanandGowda) May 9, 2018
12 मई को मतदान:
गौरतलब है कि छापामारी के दौरान फ्लैट से से फर्जी वोटर आईडी कार्ड नहीं मिले बल्कि 5 लैपटॉप और प्रिंटर भी मिले हैं. चुनाव आयोग की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि इसके अलावा 2 स्टील ट्रंक भी बरामद किये गये है.
अधिकारी ने दावा किया कि वहां पाए गए वोटर आईडी कार्ड असली थे. इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है.
बता दे कि कर्नाटक में 12 मई को मतदान होना है. राज्य में 15 मई को नतीजे घोषित होंगे. हाल ही में आए कई ओपेनियन पोल में त्रिशंकु विधानसभा होने की आशंका दिखाई दी. ओपेनियन पोल में देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंग मेकर की भूमिका में नज़र आ रही है.