2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार के चुनावों में सपा और बसपा का गठबंधन होने से भाजपा में खलबली मची हुई है। यही कारण है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करके चुनावी रणनीति बना रहे हैं। अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनावों को देखते हुए पुराने समाजवादियों को एकजुट करने का प्लान बना लिया है। यही कारण है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर महाराणा प्रताप की जयंती मनाते हुए ठाकुर वोटों को साथ लाने की कोशिश की है। अखिलेश की इस कोशिश पर अब कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया ने पलटवार किया है।
अखिलेश ने महाराणा प्रताप को किया याद :
लखनऊ में सपा कार्यालय पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आज महाराणा प्रताप के जयंती यहां मनाई जा रही है लेकिन उसकी हलचल दूसरी तरफ ज़्यादा है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप आदर्श वीर पुरुष थे। इतिहास और उसकी धारणा को कोई बदल नही सकता है। महाराणा प्रताप ने स्वाभिमान को ज़िंदा रखा, घास की बनी रोटी खाई लेकिन कभी भी मुग़ल साम्राज्य के सामने अपना सिर नहीं झुकाया। हमने उनके सम्मान में छुट्टी घोषित की थी लेकिन इस सरकार ने आते ही छुट्टी रद्द कर दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जितना रोकेंगे, हम उनका उतना सम्मान करेंगे। हमारी सरकार बनेगी हम फिर छुट्टी घोषित करेंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, परिस्थितियां बदल रही हैं।
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महाराणा को मात्र क्षत्रियों का नेता मानना उनका अपमान है, वो विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़े और भारत माँ के सच्चे सपूत थे। https://t.co/uH0CKq4TIw
— Raja Bhaiya (@Raghuraj_Bhadri) May 9, 2018
राजा भैया ने किया ट्वीट :
समाजवादी पार्टी के महाराणा प्रताप की जयंती मनाने पर नया विवाद होता हुआ दिख रहा है। राजा भैया ने ट्वीट करते हुए सपा के इस आयोजन पर करार हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि महाराणा को मात्र क्षत्रियों का नेता मानना उनका अपमान है। महाराणा प्रताप तो माँ भारती के सच्चे सपूत थे। वे विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ जमकर लड़े थे। सपा के क्षत्रिय नेताओं द्वारा इस आयोजन के करने पर बाहुबली विधायक राजा भैया ने जमकर हमला बोला है। गौरतलब है कि राज्य सभा चुनावों के बाद से ही समाजवादी पार्टी और राजा भैया की राहें अलग हो चुकी हैं।