उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार में स्थानीय पुलिस और प्रशासन से कोई सहायता ना मिलने के कारण गुरुवार को मऊ जिला से दर्जन भर से अधिक लोग राजधानी लखनऊ आ पहुंचे। इन लोगों ने ग्राम प्रधान पर एक महिला के साथ बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगते हुए कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के गौतमपल्ली स्थित सरकारी आवास के बाहर प्रदर्शन किया। यहां जब सुनवाई नहीं हुई तो आक्रोशित प्रदर्शनकारियों कैबिनेट मंत्री के आवास पर टमाटर फेंक कर विरोध जताया। टमाटर फेंके जाने की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा। प्रदर्शनकारी आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे।
कैबिनेट मंत्री पर कार्रवाई रुकवाने का आरोप
कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के सरकारी आवास के बाहर घर प्रदर्शन कर रही मऊ जिला की बलात्कार पीड़िता की मां और लोगों ने प्रदर्शन किया। मंत्री दारा सिंह के घर पर सभी प्रदर्शनकारियों ने टमाटर फेंके। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में कई प्रकार के स्लोगन लिखी तख्तियां भी लिए थे। पीड़ित परिवार के लोग कैबिनेट मंत्री पर ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई रुकवाने का आरोप लगा रहे थे। जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई ना किये जाने से नाराज होकर पीड़ित परिवार अपने समर्थकों के साथ लखनऊ आया था। गौरतलब है कि इससे पहले कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के आवास पर भी अंडे और टमाटर फेंके जा चुके हैं। इस मामले में पुलिस ने कई सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
ग्राम प्रधान पर बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप
जनपद मऊ के मधुबन थाना क्षेत्र के निवासी पीड़ितों ने बताया कि वह अपने घर का जिम्मेदार व्यक्ति होने के कारण मुम्बई में मजदूरी करके परिवार काभरण पोषण करता है। पीड़ित के घर में पत्नी व 5 बच्चे हैं। पीड़ित की पत्नी को अकेले होने का फायदा उठाकर गांव के ही ग्राम प्रधान देवेन्द्र मल्ल पुत्र रामचन्द्र मल्ल द्वारा पत्नी के साथ जोर जबरदस्ती करते हुए कुछ माह पूर्व बलात्कार किया। लोक लाज के डर से पत्नी ने उक्त बलात्कार की घटना को उसे नहीं बताया। बलात्कारी देवेन्द्र मल्ल बलात्कार की घटना के बाद पत्नी को ब्लैकमेल कर कई बार बलात्कार किया।
उज्जवला गैस का फार्म भरने का किया बहाना
आरोप है कि घटना दिनांक 20.04.2018 की रात्रि 09:00 बजे उक्त ग्राम प्रधान देवेन्द्र मल्ल पीड़ित परिवार के घर का दरवाजा खटखटाकर उज्जवला गैस कनेक्शन का फार्म भरवाने के बहाने घर में घुस आया। इस दौरान ग्राम प्रधान ने उसकी पत्नी के साथ मुह काला किया। इसके बाद उसने मेरी पत्नी से पूछा कि तेरी बेटी कहाँ है? तो मेरी पत्नी ने डरवश बगल के कमरे में सो रही बेटी को दिखा दिया। दिवाल में होल के रास्ते देवेन्द्र मल्ल मेरी लड़की को देखकर चला गया। उक्त घटना के तुरन्त बाद पत्नी ने उसके दोस्त के मोबाइल पर बाम्बे फोन कर बलात्कार की घटना के बारे में अवगत कराया। फिर दुबारा रात्रि के 11:30 बजे मोबाइल बन्द होने की स्थिति में पत्नी ने लड़की के गायब होने की सूचना दी।
पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप
पीड़िता के पति ने बताया कि पत्नी ने 01:30 बजे रात्रि में और उसकी एक अन्य बेटी ने टार्च जलाकर देवेन्द्र मल्ल एवं 4 अज्ञात लोगों को देखकर शोर मचाया। तो उक्त लोग घटना स्थल से उत्तर दिशा में स्थित भटठे की तरफ भाग गये। इन लोगों ने उसकी बेटी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी थी। भागते समय उक्त देवेन्द्र मल्ल व साथ के अज्ञात लोगों ने धमकी दिया कि यदि कोई कार्यवाही की से कुछ बतायी तो तुम जिन्दा नही बचोगी। पीड़ित ने उसी रात ट्रेन पकड़कर दूसरे दिन रात को घर पहुंच गया। जब तक वह घर पहुंचा तब तक उसकी बेटी का अंतिम संस्कार हो चुका था। उक्त घटना से काफी डरे सहमे एवं सदमे में है तथा भयवश कुछ भी कहने से कॉप उक्त घटना से अवगत होकर अपने घटना की सूचना जिले में समस्त को दिया। परन्तु पुलिस ने राजनैतिक दबाव में भारी धन उगाही कर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की।