मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तमाम निर्देश और चेतावनी के बाद भी उत्तर प्रदेश का बदहाल हो चुका शिक्षा विभाग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। लोगों का आरोप है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती। सरकार ने बच्चों को लुभाने के लिए जूते-मोजे और बैग दिए। बच्चे पढ़ने आयें इसलिए सरकार ने मध्यान्ह भोजन योजना (मिड-डे-मील) शुरू की। ये योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। एक तो स्कूलों में वैसे भी पढ़ाई नहीं होती दूसरे पढ़ाई के समय स्कूल में बारातियों के लिए बनाये जा रहे खाने की तस्वीर ने सबको शर्मसार किया है।
मीडिया का कैमरा देख भागा स्कूल प्रशासन
दरअसल यूपी के देवरिया जिला में बैतालपुर ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुरवा मेहड़ा में बच्चों की पढ़ाई के वक्त बारातियों के लिए भोजन बनाया जा रहा था। इसकी भनक स्थानीय मीडियाकर्मियों को हुई तो वह हकीकत देखने के लिए स्कूल पहुंचे। यहां मीडिया का कैमरा देख स्कूल प्रशासन मौके से भाग गया। इसकी जानकारी पत्रकारों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी देवरिया को दी। घटना के बाद फौरन यहां बन रहे भोजन को हटवा दिया गया। वहीं बीएसए ने इस पूरे मामले में जाँच के निर्देश दिए हैं।