उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को कासगंज पहुंचे। सीएम के पहुंचने के दौरान उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली। यहां हेलीकॉप्टर के लिए बनाए गए हैलीपैड के निर्माण में भारी खामियां बरती गईं। हैलीपेड में गड़बड़ी भांप पायलट ने हेलीकॉप्टर को खेत में उतार दिया। यह देख सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। मानक के विपरीत हेलीपैड निर्माण और मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के मामले में शासन से जानकारी ली जा रही है। इस मामले में शीघ्र बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि यहां हथियारबंद एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने एक घर में डकैती डाली। विरोध करने पर परिवार के तीन सदस्यों की चारपाई से बांधकर सरियों से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। इसके बाद बदमाश घर का कीमती सामान लेकर फरार हो गये। सुबह जैसे ही इस मर्डर की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। कासगंज में तूफान और डकैती में मारे गए पीड़ितों से मिलने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे।
200 मीटर दूर खेत में उतार दिया हेलीकॉप्टर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कासगंज दौरे की सूचना जिला प्रशासन को रविवार रात मिलने के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था और इंतजाम अफसरों ने शुरू किए। रात में ही प्रशासन ने सीएम के हेलीकॉप्टर के लिए सहावर के फरौली कस्तूरबा विद्यालय में हेलीपैड बनाने को स्थल चयन किया। हैलीपेड स्थल आनन-फानन में तय किया गया। मगर सुबह 10:49 बजे जब सीएम का हेलीकॉप्टर वहां पहुंचा तो पायलेट ने हैलीपेड पर लैंड नहीं किया। हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर भी लगाए। इसके बाद पायलट ने हेलीकॉप्टर 200 मीटर दूर खेत में उतार दिया। हेलीपैड गांव के कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल परिसर में बनाया गया था। जहां पेड़ और स्कूल की इमारत होने के कारण पायलट ने हेलीकॉप्टर उतारने से इंकार कर दिया। इसके बाद पायलट ने खाली पड़े एक खेत में हेलीकॉप्टर को लैंड कराया। यह देख सुरक्षा एजेंसियों में भगदड़ मच गई। खेत में हेलीकॉप्टर उतरने के बाद करीब 200 मीटर पैदल चलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंधड़ में मारे गए मृतकों के परिवारों से मिलने पहुंचे।
सुरक्षाकर्मियों ने खेत में लगा दी दौड़
एडीजी आगरा अजय आनंद और डीएम आरपी सिंह समेत अफसरों ने हेलीकॉप्टर उतरने वाले खेत की ओर दौड़ लगा दी। सुरक्षाकर्मियों ने सीएम को सुरक्षा घेरे में ले लिया। हैलीपेड निर्माण में गड़बड़ी और मुख्यमंत्री की सुरक्षा के मामले में गंभीर चूक को लेकर तमाम सवाल उठने लगे हैं। तमाम आला अफसर सीएम के आगमन की तैयारियों में जुटे थे, मगर इंतजामों का जायजा लेने में हद दर्जे की लापरवाही बरती गई, इस मामले से इसकी पोल खुल गई है। सुरक्षा के जानकार हादसे की आशंका से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। वहीं कासगंज में 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में मृत युवक चंदन गुप्ता के पिता सुशील गुप्ता और बहन कीर्ति ने कलक्ट्रेट पर सीएम योगी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री से उन्होंने उनके घर नहीं आने पर नाराजगी भी जताई। परिजनों तथा यहां मौजूद भाजपा नेताओं ने सीएम से चंदन चौक बनाये जाने की मांग रखी। जिस पर सीएम ने समय आने पर बनाये जाने का आश्वासन दिया।
पीड़ित परिवार से मिल सीएम ने की बात
सीएम ने यहां घटनास्थल भी देखा। पीड़ित परिवारों से बात की। मृतकों के परिजनों के हाल-चाल लेने के साथ उनका नाम और पीड़ा पूछते हुए ढांढस बंधाया। यहां करीब 20 मिनट तक सीएम रुके। इस दौरान सांसद राजवीर सिंह से पीड़ित परिवार को 4-4 लाख की सहायता राशि के चेक 3 मृतकों के परिवार को दिलाया। उन्होंने पीड़ित परिवार से घायलों के उपचार के बारे में पूछताछ की। पीड़ितों के अच्छे उपचार के लिए डीएम को निर्देश दिए। यहां से करीब 100 मीटर पैदल चलकर गली से निकलने के बाद, सहावर के डकैती पीड़ित दो परिवारों से भी सीएम ने मुलाकात की। उन्हें मुआवजा राशि के चेक दिए। वहां रोती महिलाओं को ढांढस बंधाकर आश्वासन दिया। इसके बाद हेलीकॉप्टर से कासगंज कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री अफसरों के साथ मीटिंग ले रहे थे।
उपमुख्यमंत्री ने अवर अभियंता और सहायक अभियंता को किया निलंबित
कासगंज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में हुई चूक पर कार्रवाई करते हुए डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कासगंज के अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया। इन तीनों को सुरक्षा में लापरवाही का दोषी माना गया है। हेलीपैड निर्माण की जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग पर थी। इस पर डिप्टी सीएम ने कार्रवाई करते हुए तीन अभियंताओं को तत्कान प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डिप्टी सीएम ने इसकी जानकारी ट्वीटर के माध्यम से दी।
डकैती के दौरान ट्रिपल मर्डर: प्रदर्शन में पथराव, फायरिंग और लाठीचार्ज
गौरतलब है कि कासगंज के कस्बा सहावर में अवंती बाई नगर में बीती रात बदमाशों ने वीभत्स घटना को अंजाम देते हुए एक मकान में डाका डाला। रेलवे स्टेशन के सामने अवंती बाई नगर में बदमाशों ने बीते गुरुवार की रात बलवंत सिंह के घर में धावा बोला इस दौरान घर में चारपाई पर सो रही चंपा देवी पत्नी बलवंत सिंह माया देवी पत्नी राजकुमार एवं रामदास पुत्र किशनलाल को चारपाई पर ही रस्सियों से बांध दिया। इसके बाद तीनों पर ताबड़तोड़ सरिया से प्रहार किए गए। जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई। जबकि 3 लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बदमाश डाका डालने के दौरान लाखों रुपए के नगदी जेवरात लूटकर ले कर भाग गए। घटना की जानकारी सुबह हुई तो गुस्साए लोगों ने तीनों लोगों की लाशों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया।
घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज
इसके अलावा बदमाशों की मारपीट की आवाज सुन जागे राजकुमार के पुत्र अजय एवं पुत्री आरती वर राजकुमार को बदमाशों ने जमकर पीटा और अधमरा कर डाला। बदमाश मकान में रखी नकदी और जेवरात समेट कर भाग गए। घटना की जानकारी सुबह लोगों को ही तो उन्होंने गुस्से में रोड पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी कस्बा सहावर के लिए दौड़ पड़े। कासगंज रेलवे स्टेशन के पास सहवर थाना क्षेत्र के अवंतीबाई नगर में रात तीन लोगों की चारपाई से बांधकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। ट्रिपल मर्डर की इस दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश है। घटना के विरोध में लोगों ने रोड जाम कर दिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरु किया तो पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले दागे। मौके पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भीड़ ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस की ओर से लाठीचार्ज भी किया गया।
बावरिया गैंग की तरफ घूमी शक की सुई
डकैतों द्वारा 50,000 की नकदी, 5 लाख का जेवरात ले जाने की जानकारी राजकुमार के भाई संजय ने दी है। राजकुमार शराब के ठेके पर केंटीन चलाता था। उपद्रव की सुचना पर आइजी डॉ संजीव गुप्ता और एडीजी अजय आनंद भी सहावर पहुँचे। वारदात में शामिल बदमाशों की संख्यां दर्जन भर से अधिक बताई जा रही है। कासगंज के कस्बा सहावर में बदमाशों ने वीभत्स घटना को अंजाम देते हुए एक मकान में डाका डाला। बदमाशों ने परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी, जबकि तीन लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बदमाश डाका डालने के दौरान लाखों रुपए के नगदी जेवरात लूटकर ले कर भाग गए। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन लोगों ने शव को उठाने से रोक दिया। हालात बिगड़ते देख डीएम और एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं और लोगों को शांत करवाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक लूट-पाट की घटना को अंजाम देने के लिए हत्या की गई है। तीनों शवों को चारपाई से बांधकर सरिया से मारकर हत्या की गई है। शक की सुई बावरिया गैंग की तरफ घूम रही है।