वाराणसी में हुए फ्लाई ओवर हादसे के बाद सरकार ने सख्ती करते हुए आज उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम और सेतू निगम के एमडी राजन मित्तल को उनके पद से हटा दिया हैं. बता दे कि राजन मित्तल ने बीते दिन खुद को क्लीन चिट देते हुए पुल के निर्माण में गड़बड़ी ना होने का दावा किया था. 

4 अधिकारियों के बाद एमडी पर गिरी गाज:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मंगलवार को निर्माणाधीन चौकघट-लहरतारा फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से हुए हादसे में गुरुवार को सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए कार्यदायी संस्था सेतु निगम के प्रबंध निदेशक राजीव मित्तल को हटा दिया गया.
वाराणसी में पुल गिरने के बाद से सरकार हरकत में है. जहाँ सेतु निगम के 4 अधिकारियों को पहले ही सरकार ने निलंबित कर दिया था, वहीं आज उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के प्रबंध निदेशक को भी उनके पद से हटा दिया गया हैं. बता दे कि राजन मित्तल वहीं है जिन्हें अखिलेश सरकार में भ्रष्टाचार के आरोप में पद से हटाया जा चुका हैं.

केशव प्रसाद मौर्य ने दी जानकारी:

राजन मित्तल की जगह जेके श्रीवास्तव को उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है. राजन मित्तल को प्रबंध निदेशक के पद से तत्काल कार्यमुक्त किए जाने के आदेश जारी कर दिया गया है.

इससे पहले सरकार ने सेतु निगम के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी समेत चार लोगों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. मामले में आज शाम उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेगी.

6 और अधिकारियों के निलम्बन की संभावना:

कहा जा रहा है कि 6 और अधिकारीयों पर भी गाज गिरना तय है. सूत्रों के मुताबिक जांच रिपोर्ट में राजन मित्तल समेत 6 लोगों के खिलाफ भी आरोप तय किए गए हैं.
उम्मीद है कि जांच रिपोर्ट के बाद एक और एफआईआर दर्ज हो सकती है, जिसमें मित्तल समेत 6 अन्य दोषियों के खिलाफ भी केस दर्ज हो सकता है.

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