कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कर्नाटक के नाटक में एक नया मोड़ आ गया. कई दिनों से विवादों में रहने वाला कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नाटकीय तरीके से सत्ता में आई भाजपा की सरकार आज गिर गयी. भाजपा के सीएम बी एस येदियुरप्पा ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
विधानसभा में येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा:
कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है। भाषण देते हुए उन्होंने फ्लोर टेस्ट करने से इनकार किया और इस्तीफा दे दिया।
प्रस्ताव पेश करने के तुरंत बाद उन्होंने कहा कि आज हमारी अग्नि परीक्षा है। अगर अभी बीच में चुनाव होता है तो हमें 150 से ज्यादा सीटें मिलेगी इस बात का हमें विश्वास है। भावुक होकर उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी की सरकार होती तो राज्य में विकास होता।
विधानसभा में बहुमत के लिए येदियुरप्पा 7 विधायक नहीं जुटा पाए और फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया. येदियुरप्पा सिर्फ 55 घंटे तक ही सीएम रह सके.
बहुमत परीक्षण से फले ही दिया येदियुरप्पा ने इस्तीफा:
वहीं बीजेपी की सरकार गिर जाने के बाद कांग्रेस के खेमे में खुशी का माहौल छाया हुआ है। इसी के साथ अब कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है।
1996 में संसद में बहुमत परीक्षण के दौरान तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी ने इस्तीफा दे दिया था क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं था। आज ठीक 22 साल के बाद बीजेपी ने इतिहास दोहराते हुए कर्नाटक में इस्तीफा दे दिया।
बता दे कि 15 मई को सामने आए नतीजों के मुताबिक बीजेपी को 104 सीटें तो कांग्रेस को 78 जबकि जेडीएस के खाते में 38 सीटें आई थीं। इस चुनाव में जेडीएस तीसरे नंबर की पार्टी थी।
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफा देने के बाद अब जेडीएस के विधायक कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनेंगे। येदियुरप्पा ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
प्रतिक्रिया:
इस फैसले के बाद कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की जीत का दिन बताया
Democracy has finally won the battle against the unholy politics of intimidation, corruption and lies. Congratulations Karnataka! @INCKarnataka #CongressDefeatsBJP pic.twitter.com/uBjHXZ6xiu
— Congress (@INCIndia) May 19, 2018