भारत भले ही आधुनिकता में किसी अन्य देश से पीछे न हो लेकिनआज भी हैरान कर देने वाली प्रथाएं भारत में मौजूद हैं। बड़े-बुजुर्गों द्वारा चलाई गई कुछ कुप्रथाएं ऐसी हैं जो आज जीवित हैं और लोग उनको धड़ल्ले से मान रहे हैं व उनको फॉलो कर रहे हैं। दहेज़ प्रथा, पर्दा प्रथा एवं हमेशा महिलाओं को मर्दो से नीचे देखने की प्रथा आज भी देश में प्रचलित है। आंकड़ों का औसत बताता है कि प्रत्येक घंटे में एक महिला दहेज की बलि चढ़ रही है। इस पोस्ट के पढ़ने के 1 घंटे के बाद एक महिला सिर्फ दहेज की वजह मारी जाएगी। हाल ही में 2 साल पहले हुई शादी के बाद एक पत्नी की मौत हो गई हैं जिसका कारण दहेज़ ही बताया जा रहा हैं।
उत्तर प्रदेश का है मामला :
ये खौफनाक घटना उतर प्रदेश के शाहजहांपुर की है। यहाँ पर मिताली की शादी 2 साल पहले 26 अप्रैल 2016 में शाहजहांपुर में ही बहादुरगंज में हुई थी। पैसे से मिताली का पति बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर था। लेकिन हाल ही में मिताली की संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत हो गई।
मिताली अपने माता पिता की इकलौती बेटी थी इसलिए उसकी शादी में सबकुछ दिया गया। मृतका के पिता अनुसार, शादी में 15 लाख की कार और 250 ग्राम सोना भी दहेज में दिया था. उन्होंने शादी में करीब 40 लाख रुपए खर्च किए थे। मृतका के पिता ने कहा कि इसके बावजूद शादी के कुछ दिन बाद ही ससुरालवालों ने मिताली से डस्टर कार की मांग की।जिसके न मिलने पर वो उसे मारा करते थे।
मिताली प्रेग्नेंट हुई तो ससुराल वालों ने उसका अल्ट्रासाउंड करवाया और उसमें पता चला कि गर्भ में लड़की हैं। इसके बाद उसके ससुरालवाले उस पर लड़की न पैदा करने का दबाव बनाने लगे जिसे सुनकर मिताली के असली माता पिता उसे मायके ले आये और वहीं उसकी डिलेवरी भी हुई।
मायके में 5 महीने बिताने के बाद वो फिर वापिस ससुराल चली गई लेकिन वहाँ कुछ नही बदला। उसपर फिर से वही अत्यचार होने लगे और बाद में उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई।