उत्तर प्रदेश की सरकार बनी थी तो सरकार द्वारा उस वक्त भ्रष्टाचार को रोकने के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे। लेकिन उनका वादा कितना असली रूप ले पाया है इसकी बानगी गाजीपुर के डूडा ऑफिस में देखने को मिली है। यहां पर सहायक परियोजना अधिकारी अमर सिंह चौधरी के द्वारा एक संस्था के दो बिल पास कराने के सापेक्ष 30% कमीशन जो लगभग 85,000 आता है की मांग की गई है। इसका ऑडियो वायरल हुआ है। इस मामले पर जहां निदेशक सूडा के द्वारा आरोपी को सस्पेंड किया गया है। वहीं जिला अधिकारी के बालाजी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। जबकि आरोपी अधिकारी आज भी अपने कार्यालय में डटा हुआ है।
निलंबित होने के बाद भी कुर्सी पर डटा आरोपी
गाजीपुर जिला के डूडा कार्यालय में सहायक परियोजना अधिकारी के रूप में पिछले कई सालों से अमर सिंह चौधरी कार्यरत है। इनकी तैनाती के दौरान राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत अनेको कार्यक्रम चलाए गए हैं। जिसमें उन्होंने जमकर कमीशनखोरी की है और इसकी शिकायत निदेशक सूडा लखनऊ तक पहुंच गई। शिकायत सही पाए जाने पर निदेशक के द्वारा इन को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड होने के बाद भी अधिकारी अपनी कुर्सी पर बैठा हुआ है। ऑडियो में मांगे गए पैसे की बात को झुठला रहा है। उसका यह कहना है कि ऑडियो में छेड़छाड़ कर उन्हें परेशान और बदनाम करने का कार्य किया जा रहा है। जबकि ऑडियो में स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि दो बिल के सापेक्ष करीब 85,000 की मांग इनके द्वारा किया गया है।