उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिला अधिकारी ने नया फरमान जारी किया है। उन्होंने अपने निर्देश में सभी शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों को मई माह की सैलरी तभी मिलेगी जब वह शौचालय के साथ फोटो खींचकर भेजेंगे और एक प्रमाणपत्र भरके देंगे कि वे अपने घर पर शौचालय का प्रयोग करते हैं। डीएम के इस फरमान के बाद विद्यालयों के कर्मचारी परेशान हैं।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद अपेक्षित परिणाम सामने न आने पर बीएसए अजय कुमार ने यह निर्देश दिया है। पत्र में कहा गया है कि सभी शिक्षक व कर्मचारी अपने घर के शौचालय के सामने खड़े होकर फोटो खींचे। शौचालय के नियमित इस्तेमाल का साक्ष्य प्रमाणपत्र अपने विभागाध्यक्ष को मुहैया कराना होगा। बीएसए ने कहा कि इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीतापुर जिलाधिकारी शीतल वर्मा के निर्देश पर बीएसए ने अपने अधीनस्थ सभी शिक्षकों/कर्मचारियों को यह निर्देश दिया है कि शौचालय के साथ फोटो खींचकर तीन दिन में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को देना होगा नहीं तो मई माह का वेतन नहीं मिलेगा। इसमें लापरवाही बरतने पर मई माह का वेतन रोक दिया जाएगा।
#सीतापुर – स्वस्छ भारत अभियान का खुलकर उड़ रहा मजाक,डीएम @dm_sitapur के निर्देश पर बीएसए के द्वारा दिए गये शौचालय के साथ सेल्फी आदेश पर शिक्षक शौचालय में स्टूल पर बैठकर सेल्फी क्लिक करके शौचालय का प्रमाण देने को मजबूर। #SwaachBharat pic.twitter.com/XuOenvLyxd
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 25, 2018