शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने के बाद सियासत तेज हो गई थी. बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के खिलाफ याचिका दायर की थी जिसपर शुक्रवार को सुनवाई होगी.
शुक्रवार को होगी सुनवाई:
- शहाबुद्दीन के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से सिफारिश की है कि जमानत ख़ारिज ना की जाये.
- वकील ने कहा है कि जो चाहें शर्ते लगा दें.
- कहें तो मैं बिहार छोड़ने को तैयार हूं लेकिन जमानत रद्द न की जाए.
- दूसरी तरफ चंदा बाबू के वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट से कहा कि शहाबुद्दीन जेल में था.
- वो अपनी मर्जी से जब चाहता था बाहर आ जाता था.
- ये बात तो सीवान के मजिस्ट्रेट ने भी अपनी रिपोर्ट में बताई थी.
- कोर्ट ने शुक्रवार के लिए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
नीतीश कुमार सरकार शाहबुद्दीन के बाहर आने के बाद से ही निशाने पर है. बिहार में भी माहौल बहुत गर्म रहा है. शहाबुद्दीन की रिहाई के वक्त विधायकों की गाड़ियों के काफिले ने एक और बहस को जन्म दे दिया था. तब से लेकर ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.
जमानत पर बाहर आया शहाबुद्दीन:
- नितीश कुमार जब 2005 में सत्ता में आये तब से शहाबुद्दीन जेल में था.
- पर अब ऐसा आगे होना मुश्किल लग रहा है.
- नितीश सरकार में लालू का दखल बढ़ने के बाद नजारा कुछ और ही दिखने लगा था.
- हाल ये हो गया कि बिहार के मंत्री जेल जाकर साथ में मिठाइयां खाने लगे.
- शहाबुद्दीन को दिल्ली में अभी हाल ही में कथित तौर पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.
- लेकिन इसपर भी सवाल उठे क्योंकि शहाबुद्दीन की हालत ऐसी बिल्कुल नही थी.
- फिर पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के आरोपों में घिरने के बाद उसे सीवान से भागलपुर जेल शिफ्ट किया गया.
- सीवान में दो भाइयों की हत्या के गवाह रहे तीसरे भाई की तेजाब से जलाकर हत्या का आरोप है.
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