देश व्यापी हड़ताल कर रहे बैंक कर्मी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. पूरे राज्यों के अगल अगल जिलों के सरकारी बैंकों के अलावा कुछ निजी व विदेशी बैंक 2 दिन के लिए बंद रहेंगे. मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ सभी जिलो से हड़ताल के प्रभावों की खबरे आना शुरू हो गयी हैं.
बैंकों में 2 दिन की हड़ताल:
देश के सरकारी बैंकों के अलावा कुछ निजी व विदेशी बैंकों के तकरीबन 10 लाख कर्मचारी बुधवार से दो दिनों की हड़ताल पर हैं। वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मचारी सड़कों पर उतर आए हैं।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस हड़ताल का असर साफ दिखाई दे रहा है। सरकारी बैंकों और एटीएम पर ताले लग गए हैं, जिसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामने करना पड़ रहा है।
हड़ताल से देश की बैंकिंग व्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ने की आशंका है लेकिन इसका सबसे ज्यादा खामियाजा सरकारी बैंकों को उठाना पड़ सकता है।
सरकारी क्षेत्र के 17 बैंकों को पिछली तिमाही में 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा हो चुका है। ये बैंक आगे का काम चलाने के लिए सरकार से अतिरिक्त वित्तीय मदद मांग रहे हैं।
ऐसे में दो दिनों की हड़ताल से इन पर वित्तीय दबाव और बढ़ सकता है। एनपीए वसूली जैसी गतिविधियों पर भी असर होगा।
लखनऊ में प्रदर्शन:
लखनऊ में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मुख्य शाखा के कर्मचारी बैंक के गेट पर ताला बंद कर के प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के दौरान नारे बाजी भी की जा रही हैं. एक कर्मचारी ने बताया कि ये सांकेतिक हड़ताल हैं . मांगे ना पूरी होने पर स्थाई हड़ताल पर जायेंगे.
मुरादाबाद में प्रदर्शन :
संयुक्त फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियनों (यूएफबीयू) द्वारा 2-दिवसीय बैंकों की हड़ताल के बाद मुरादाबाद के कई एटीएम में नकद खत्म हो गया हैं. अभी हडताल शुरू हुए कुछ ही घंटे हुए हैं और नगद की समस्याएं आना शुरू हो गयी हैं.
एक स्थानीय ने कहा , “हमें समस्याएं आ रही हैं क्योंकि एटीएम में बिल्कुल नकद नहीं है। यहां तक कि कनेक्टिविटी मुद्दे भी हैं।”
गाज़ियाबाद में प्रदर्शन:
गाजियाबाद में नवयुग मार्किट में कर्मचारियों ने रैली निकाली और नारे लगाए। वहीं हापुड़ में कर्मचारियों ने बैंक के सामने प्रदर्शन किया। वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर बैंक कर्मचारियों ने संसद मार्ग पर प्रदर्शन किया।
वाराणसी में प्रदर्शन:
बनारस में भी बैंककर्मी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सडकों परा गये हैं. उन्होंने जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने की अपील की हैं.
मेरठ में प्रदर्शन:
मेंरठ में ईस्टर्न कचहरी रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के सदस्यों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।
यूनियन के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी है।
इसके अलावा सभी सरकारी बैंकों पर ताले लटकने से ग्राहक परेशान होकर वापस लौट रहे हैं।
निजी और सहकारी बैंक नहीं हैं शामिल:
बता दें वेतन में अल्पवृद्धि की मांग को लेकर 30 और 31 मई की हड़ताल में निजी और सहकारी बैंक शामिल नहीं होंगे। हालांकि यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के जिला मंत्री एमके चौहान और यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक एवं स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन के सर्किट डेलीगेट विमल कपूर ने निजी बैंकों और सहकारी बैंकों को भी हड़ताल का समर्थन करने की अपील की है।
सैलरी आने में देरी:
इस हड़ताल से बैंक ग्राहकों पर भी असर होगा। चूंकि हड़ताल महीने के अंतिम दो दिनों (30 व 31 मई) को हो रही है, इन दो दिनों में तमाम सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। हड़ताल के चलते इसमें देरी हो सकती है।