उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला के कैंट रेलवे स्टेशन के पास अभी पिछले दिनों एक निर्माणाधीन ऊपरगामी पुल का गाटर गिरने से कई लोगों की जान चली गई थी। जबकि दो दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले में लापरवाहों पर सीएम योगी के निर्देश के बाद कार्रवाई की गई थी। ये मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में फिर एक बार पुलों के घटिया निर्माण की घटना प्रकाश में आयी है।
इस बार वाराणसी के बाबतपुर रोड पर बन रहे निर्माणाधीन ओवरब्रिज की प्लेट गिरने से हड़कंप मच गया। इस हादसे में किसी के घायल या हताहत होने की खबर नहीं है। घटना की सूचना मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुल की प्लेट गिरने से मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान रोड पर अफरा-तफरी मच गई। प्लेट गिरने की वजह भी अभी साफ तौर पर स्पष्ट नहीं हो पाई है। आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू करके घटना की गहनता से जांच कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, वाराणसी में शहर से एयरपोर्ट के बीच बन रहे एक फ्लाईओवर की शटरिंग आज तड़के सड़क पर गिर पड़ी। तरना चमाव गेट के पास बन रहे इस फ्लाईओवर का काम काफी तेजी से चल रहा है। जिस समय शटरिंग गिरी उस दौरान वहां पर काफी काम चल रहा था। सुबह इस सड़क पर वाहनों का आवागमन नहीं था अन्यथा जानमाल का नुकसान होता। बताया जा रहा है कि जैसे ही ढलाई शुरू हुई सहारे के लिए लगी शटरिंग और बालू-गिट्टी का घोल गिर गया। चूंकि छड़ जल की तरह बंधे थे लिहाजा वे लटके रह गए।
फ़्लाईओवर पर केंटिलिवर की ढलाई का काम चल रहा था। प्लेट का बोल्ट ढीला होने की वजह से शटरिंग गिरी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में फ्लाईओवर हादसे में डेढ़ दर्जन लोगों की मौत के प्रकरण को अभी 15 दिन भी नहीं बीते हैं कि आज यहां लोग बड़े हादसे से बच गए। यहां पर बन रहे एक अन्य फ्लाईओवर की शटरिंग सड़क पर गिर पड़ी। किसी भी जिम्मेदार अफसर या जांच एजेंसी के आने से पहले ही मौके से सभी चीजें और मलबा आदि हटा लिया गया।