2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के संग बैठकें करते हुए चुनावी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने पार्टी के संगठन में बड़ा बदलाव करना शुरू कर दिया है। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश के बाद पार्टी की कई समिति और कार्यकारिणी को भंग कर दिया है जिसके बाद से सपा और उसके बाहर नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
सपा ने भंग की कार्यकारिणी :
समाजवादी पार्टी ने अचानक बड़ा द्फैसलाफैसला लेते हुए महाराष्ट्र और मुंबई कार्यकारिणी समेत तमाम समितियों को बर्खास्त कर दिया है। सपा की नई कार्यकारिणी की घोषणा जल्द की जाएगी। समाजवादी पार्टी की कमान आधिकारिक रूप से अखिलेश यादव के हाथ में आने के बाद से पार्टी के भीतर उथल-पुथल जारी है। महाराष्ट्र और मुंबई में समाजवादी पार्टी की कमान कई सालों से अखिलेश के करीबी अबू आसिम आजमी के हाथ में है। हालाँकि सपा में कई ऐसे लोग हैं जो आजमी से मुक्ति चाहते हैं। आजमी की भी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में अपनी ख़ास पैठ बन चुकी है। इससे साफ़ है कि लोकसभा चुनाव के पहले अबू आसिम आजमी को हटाने के बारे में सपा का राष्ट्रीय नेतृत्व नहीं सोचेगा।
फिर से होगा समितियों का गठन :
सपा के राज्य प्रवक्ता परवेज सिद्दीकी ने बताया कि महाराष्ट्र व मुंबई में पार्टी प्रमुख आजमी के निर्देश के बाद कार्यकारिणी व सभी समितियों को बर्खास्त किया गया है। महाराष्ट्र में जो लोग मेहनत और ईमानदारी से पार्टी का काम कर रहे हैं, उन्हें उनके पद पर कायम रखते हुए नए और कर्मठ लोगों को जोड़कर पार्टी को मजबूत बनाने के मकसद से यह फैसला लिया गया है। 2019 में होने वाले लोकसभा व महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी में कुछ बदलाव करना जरूरी है। नई कार्यकारिणी में पार्टी ऐसे लोगों को तवज्जो देगी जो पार्टी को आगे बढ़ाएंगे।