उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय सचिवालय में तैनात वरिष्ठ आईएएस अफसर पर गंभीर आरोप लगे हैं। अभिषेक गुप्ता नाम के शख्स ने सीएम और राज्यपाल को शिकायती ई-मेल भेजकर प्रमुख सचिव एसपी गोयल पर पेट्रोल पंप की जमीन देने के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। इस मामले में राज्यपाल ने सीएम योगी को 30 अप्रैल को पत्र भी लिखा और शिकायतकर्ता को परेशान करने और 25 लाख रुपये मांगने के मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मामले में प्रधान सचिव सूचना अवनीश अवस्थी का कहना है कि प्रमुख सचिव गोयल पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। इस मामले पर अब विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है। लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेधावी बच्चों को लैपटॉप बांटे। इस दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
सपा अध्यक्ष ने कसा तंज :
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव पर लगे रिश्वत मांगने के आरोपों पर लगे अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार के सबसे बड़े अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगना बड़ी बात है। पूरी जांच के बाद दोनों पर कार्यवाई होनी चाहिए लेकिन जिसने शिकायत की, उसी को सरकार जेल भेज रही है। रिश्वत लेना और देना दोनो ही जुर्म है। इस मामले की सीधे सीबीआई से जाँच करानी चाहिए। कम से कम पूरी जांच के बाद जेल भेजते। टॉयलेट योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। इसकी भी जाँच होनी चाहिए।
मेधावियों को दी मुबारकबाद :
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले सभी बच्चों को बधाई दी है। अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने प्रदेश में सबसे ज्यादा नंबर प्राप्त किया है, देश का नाम प्रदेश का नाम उन्होंने रोशन किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि मेधावी छात्रों को सम्मान मिलना चाहिए। सम्मान दिए जाने से मेधावी छात्रों के साथ और बच्चों को भी प्रेरणा मिलती है। सपा ने लैपटॉप की योजना चलाई थी लेकिन बीजेपी ने इस योजना का विरोध किया था। बीजेपी ने भी वादा किया था लैपटॉप देने का लेकिन आज तक नहीं दिया। इसीलिए हम बाँट कर उन्हें याद दिला रहे है।
बंगलों पर है मंत्रियों की नजर :
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार में स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो गयी है। एम्बुलेंस नही है, लोग कंधों में ले जाकर इलाज करा रहे है। कानपुर और लखनऊ की घटना बड़ी शर्मनाक। सरकार गोरखपुर के बाद भी जागी नही है। अब मशीने भी नही है, जांचे नही हो रही है। बीजेपी के मंत्री तो इसमे लगे है कि हम लोगो के जो बंगले खाली हुए है, उनको कैसे मिल जाये। उनको जनता के दुख-दर्द से कोई मतलब नहीं है। जिन जिलाधिकारी को सस्पेंड किया है वहाँ तो खनन कम होता है। लेकिन जहाँ असली खनन हो रहा है, वहाँ के जिलाधिकारी खुशहाल है। ओवर लोडिंग हो रही है, वहाँ के जिलाधिकारी पर कोई कार्यवाई नही हो रही है।