2019 के लोकसभा चुनावों की आहट से पहले ही राजनैतिक दलों में नेताओं के पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। कुछ नेता अपनी पार्टी छोड़कर नयी पार्टियों में जा रहे हैं तो कुछ नयी पार्टी छोड़कर पुराने दल में वापस आ रहे हैं। बसपा में भी लगातार नेताओं के घर वापसी का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी क्रम में बसपा के कद्दावर और बाहुबली छवि वाले नेता विनोद सिंह की बसपा में घर वापसी हो गयी है। विनोद सिंह बसपा सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा उन्हें बसपा सुप्रीमों मायावती का काफी ख़ास माना जाता है। इस बीच अब विनोद सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरें आना शुरू हो गयी हैं।
मायावती ने कराई वापसी :
मायावती की बसपा सरकार में स्वतन्त्र प्रभार के पर्यटन मंत्री रहे विनोद सिंह बसपा सुप्रीमो के काफी करीबी माने जाते थे। इसके अलावा उनकी सुल्तानपुर जिले से लेकर प्रदेश के नेताओं में मजबूत पकड़ बनी थी। यही कारण था कि वह अपने भाई अशोक सिंह को भी विधान परिषद का सदस्य बनवाने में सफल रहे थे लेकिन लगातार दो चुनाव हारने के बाद उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए बसपा छोड़ दी थी। हालांकि उनके बसपा से किनारा करने के पीछे संभावनाएं थी कि वे किसी अन्य पार्टी में जाने की कोशिशों में लगे हुए है। फूलपुर-गोरखुपर के चुनाव में बीजेपी की करारी हार और महागठबंधन की संभावनाओं को देखते हुए अब एक बार से उन्होंने बसपा में अपनी घर वापसी कर ली है।
पूर्व मंत्री का टिकट लगभग फाइनल :
पूर्व मंत्री विनोद सिंह की घर वापसी के साथ ही सुल्तानपुर जिले के बसपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनका स्वागत किया। सूत्रों से खबर है कि इनका लोकसभा टिकट पक्का होने की शर्त पर ही इन्होने बसपा में वापसी की है। ये खबर सामने आते ही टिकट चाहने वाले नेताओं में खलबली मच गई है। बसपा में आने के पहले विनोद सिंह कई सालों तक कांग्रेस में रहे थे। इसके बाद विनोद सिंह ने हाथी की सवारी की और किस्मत से ये विधायक भी बन गए। मायावती ने विनोद सिंह को अपनी सरकार में मंत्री पद भी दिया था।