विश्व विरासत स्थल और दुनिया के 8 अजूबों में शामिल ताजमहल के परिसर में उग्र हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ताज परिसर में घुसकर न सिर्फ हंगामा और नारेबाजी किया, बल्कि जमकर तोड़फोड़ भी की। विहिप कार्यकर्ताओं के ताज परिसर के अंदर हंगामे की वजह से काफी देर तक पर्यटकों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश के ताजनगरी कहे जाने वाले आगरा जिला स्थित मोहब्बत की निशानी ताजमहल परिसर में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन और तोड़फोड़ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने ताजमहल परिसर में घुसकर हंगामा और तोड़फोड़ किया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने सैकड़ों साल पुराने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर जाने का रास्ता रोक दिया था, जिसके कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजय दुबे ने एएसआई पर मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए असुविधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है।
प्रदर्शनकारियों के तेवर इतने उग्र थे कि ताज परिसर की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बल के जवान जब तक कुछ समझ पाते, तब तक उन्होंने काफी तोड़फोड़ कर दिया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुरातत्व विभाग ने स्थानीय पुलिस से इसकी शिकायत की, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में 4-5 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अगर किसी तरह की कोई शिकायत या समस्या थी तो अधिकारियों से बात की जा सकती थी। प्रशासन ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
उन्होंने कहा, ‘मंदिर जाने का यह 400-500 साल पुराना रास्ता है, जिसे बंद किया जा रहा है। इससे लोगों को पूजा-अर्चना में दिक्कत हो रही है। इससे लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचा है। अगर इसी तरह से कुछ किया जाता रहा तो हमलोग भजन-किर्तन करने पर बाध्य होंगे।’ विहिप के कार्यकर्ता रवि दुबे ने भी एएसआई के कदम पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, ‘एएसआई ने मंदिर जाने का रास्ता अवरुद्ध कर दिया है। हमलोग उसी का विरोध कर रहे हैं। हमलोग इस गेट को उखाड़ेंगे। कोई 400 वर्ष प्राचीन मंदिर का रास्ता कैसे अवरुद्ध कर देगा।’
ऐतिहासिक विरासत की सूची में शामिल ताजमहल भी अब हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर आ गया है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ताज परिसर में घुसकर न केवल हंगामा किया बल्कि जमकर तोड़फोड़ भी की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विहिप के कार्यकर्ताओं ने परिसर के अंदर नारेबाजी भी की। इससे पर्यटकों को असुविधा का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक, 20 से 25 लोगों ने ताजमहल के पश्चिमी गेट पर हमला बोल दिया था। इनलोगों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) द्वारा लगाए जा रहे गेट को भी उखाड़ दिया। हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि एएसआई ताजमहल की सुरक्षा के नाम पर सिद्धेश्वर महादेव मंदिर जाने का 500 साल पुराना रास्ता बंद कर रहा है।