सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बँगला खाली करना पड़ा है। इस फैसले से बीजेपी के कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, सपा के अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमों मायावती को सरकारी बँगला खाली करना पड़ा है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के सरकारी बंगला खाली करने के बाद से यूपी की सियासत में घमासान मचा हुआ है। मीडिया को जब अखिलेश का 4, विक्रमादित्य मार्ग का सरकारी बंगला दिखाया गया तो अंदर तकरीबन हर जगह पर तोड़फोड़ की गई थी। इसके अलावा अब विभाग की जांच में बंगले को बनाने में खर्च को लेकर एक और हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है।
लगभग 89.99 खर्च का है अनुमान :
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बंगले में हुई तोड़फोड़ का आंकलन राज्य संपत्ति विभाग द्वारा किया गया है। राज्य संपत्ति विभाग के अनुसार, अखिलेश यादव के 4, विक्रमादित्य मार्ग बंगले पर अभी तक लगभग 89.99 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश कुमार शुक्ल का कहना है कि विभाग के हिसाब में सामने आया है कि इस बंगले पर केवल 89.99 लाख रुपये ही खर्च हुए हैं।
बंगले में चारों तरफ हुई है तोड़फोड़ :
सपा सरकार रहते हुए अखिलेश यादव के इस बंगले का निर्माण सपा के कोषाध्यक्ष और आर्किटेक्ट संजय सेठ की देखरेख में हुआ था। राज्य संपत्ति विभाग द्वारा की गयी जांच के बाद रिपोर्ट में सामने आया कि पूर्व सीएम के सरकारी बंगले में छत से लेकर किचन, बाथरूम और लॉन तक का सामान निकाल लिया गया है। इसके अलावा कुछ जगह बाथरूम की फिटिंग, एसी के स्विच बोर्ड, किचन से सिंक और टोटी, बाथरूम की टोटियां और लॉन में लगे बेंच भी नहीं छोड़े गए हैं। बंगले में बना जिम, स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल, साइकल ट्रैक भी तहस-नहस कर दिया गया है।