मुजफ्फरनगर जिले में एक साध्वी से 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गयी हैं. पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गयी हैं. अज्ञात लोगों ने आश्रम के गेट पर पर्चा चस्पा कर रंगदारी की मांग की. 1 महीने में साध्वी को 6 बार धमकी भी दी गयी.
बालाजी धाम ट्रस्ट की साध्वी राजेश्वरी देवी को धमकी:
मुज़फ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र की तीर्थ नगरी शुक्रताल स्थित श्री बालाजी धाम ट्रस्ट की साध्वी राजेश्वरी देवी से आश्रम की दीवार पर पोस्टर चस्पा कर 50 लाख रूपये की रंगदारी माँगने का मामला सामने आया है. वहीं रंगदारी के पैसे ना देने पर गोली मरने की धमकी भी दी गई है.
इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए साध्वी ने भोपा थाने में लिखित तहरीर देते हुए कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात के खिलाफ रंगदारी माँगने का मुकदमा दर्ज कर अपनी आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
इस मामले में साध्वी राजेश्वरी देवी ने बताया की मामला बहुत पुराना है. दिसम्बर माह में भी उनके पास दो बार धमकियां आ चुकी हैं.
उन्होंने इस मामले में बताया कि हमने सोचा की हो सकता है किसी ने हंसी मज़ाक कर दिया होगा. हमने उसे लाइटवे में लिया और इस बाबत कुछ नहीं किया.
1 महीने में 6 बार रंगदारी की मांग:
लेकिन अब एक महीने के में यानी 15 मई से 14 जून तक 6 बार धमकी आ चुकी हैं. इसके अलावा मामले को गम्भीरता से तब लिया जब 2 बार कॉल भी आ गयी.
उन्होंने बताया कि कल हमारे आश्रम के अंदर की तरफ गेट पर दो बार चस्पा किये हुए कागज़ मिले है, जिन पर लिखा हैं कि “माता जी तू आश्रम छोड़कर चली जा, तूने आश्रम बहुत बढ़िया बना दिया, आश्रम हमको दे दो. हम आश्रम के अंदर रहेंगे या तू पचास लाख रूपये दे। ”
इसके अलावा मांग न पूरी होने पर उनको गोली मारने की धमकी भी दी. पर्चें में लिखा गया कि पांच बीघा ज़मीन दे या पचास लाख रूपये दे और भी बहुत सी बाते लिखी हुई है.
साध्वी ने बताया कि धमकी के बाद कल इसका मुकदमा दर्ज कराया. ये कोई ऐसा असामाजिक गिरोह है, जो आश्रम की सभी गतिविधियों को जानता है.
मामला दर्ज:
वही इस मामले में एस पी देहात अजय सहदेव ने जानकारी देते हुए बताया की भोपा थाना क्षेत्र के शुक्रताल में माता राजेश्वरी देवी है। उनका श्री बालाजी धाम ट्रस्ट के नाम से एक आश्रम बन रहा है। एक पत्र मिला है जिसमे रंगदारी की डिमाण्ड की गई है.
इस सम्बन्ध में अज्ञात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 386 IPC की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है, इसमें गहनता से जाँच की जा रही है. बहुत जल्द खुलासा कर दिया जायेगा।