स्वच्छता को लेकर बड़े बड़े दावों के बाद भी प्रदेश के हालतों में सुधार दिखता नजर नहीं आ रहा हैं. स्वच्छ भारत मिशन का नारा केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये एयर क्वालिटी इंडेक्स के तहत प्रदेश के प्रदूषित जिलों की संख्या के सामने फीका पड़ता जा रहा हैं.
62 में सबसे ज्यादा शहर यूपी के:
एयर क्वालिटी इंडेक्स द्वारा जारी प्रदूषित शहरों के आकड़ों के आधार पर आई रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा शहरों के नाम हैं. इनमे सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में यूपी का गाजियाबाद हैं.
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने 62 शहरों की एक सूची जारी की है. इस सूची में सबसे ज्यादा नाम उत्तर प्रदेश के जिलों की हैं. जिनमे सबसे ज्यादा प्रदूषित जिले में गाजियाबाद हैं. राजधानी लखनऊ और वाराणसी की हालत भी प्रदुषण के मामले में बुरी हैं.
6 भागों में हैं सूचकांक:
एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट में प्रदुषण के स्तर को बाँट कर 6 भागों में रखा गया हैं. इनमें अच्छा, संतुष्टिपूर्ण, मध्यम, खराब, बहुत खराब और गंभीर, ये 6 श्रेणियां हैं.
16 जून के लिए जारी रिपोर्ट में 62 शहरों की नाम की सूची है और प्रदेश में प्रदुषण की स्थिति कितनी गंभीर है इस बात का पता सूची में सबसे ज्यादा गंभीर श्रेणी के शहरों के नामों पर नजर डालने से पड़ता हैं.
7 गंभीर प्रदूषित शहरों में से 5 यूपी के:
जारी लिस्ट में 7 शहर ऐसे हैं जिनकी स्थिति प्रदुषण के मामले में बहुत गंभीर हैं और इन 7 नामों में से 5 शहर यूपी के हैं.
इनमें गाज़ियाबाद, बुलन्दशहर, मुरादाबाद, ग्रेटर नॉएडा, नॉएडा शामिल हैं.
बता दें कि गाज़ियाबाद पूरी लिस्ट में सबसे ज्यादा प्रदूषित जिला है. इसका प्रदुषण आकड़ा 460 हैं .
वहीं गेटर नॉएडा दूसरे नम्बर 452
नॉएडा भी सबसे प्रदुषित 452 है
बुलन्दशहर तीसरे नम्बर पर 450 के आकंडे पर
और मुरादाबाद 402 पर हैं.
लखनऊ और वाराणसी भी प्रदूषित:
राजधानी लखनऊ भी प्रदुषण की दृष्टि से बुरी अवस्था में है. रिपोर्ट के आधार पर लखनऊ में मापा गया प्रदूषण सूचकांक 293 का हैं वहीं प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी प्रदुषण के मामले में पीछे नहीं है. वाराणसी में 262 प्रदुषण माप दर्ज की गयी हैं. जो लुच्च्क्नो से कुछ ही कम हैं.
वहीं मुजफ्फरनगर भी प्रधुषित शहरों में हैं जिसका प्रदुषण आंकड़ा 209 का है.
फरीदाबाद और कानपुर मध्यम क्षेणी में:
फरीदाबाद (178) और कानपुर (129) रिपोर्ट में संतुष्टि के पैमाने पर हैं. कुछ समय पहले तक कानपुर बेहद गंदे शहरों में था जबकि इस रिपोर्ट के आधार पर कानपुर की स्थिति में सुधार दिखा हैं.
एयर क्वालिटी इंडेक्स:
एयर क्वालिटी इंडेक्स वायु प्रदूषण के सूचकांक को संख्या में परिवर्तित कर लोगों को बताता हैं कि उक्त शहर, जिले या राज्य में वायु कितनी शुद्ध या खराब या फिर बहुत ही खराब है.
इससे लोगों को यह भी पता चलता है कि वायु प्रदूषण का स्तर अगर सामान्य है तो क्या करना चाहिए और अगर ख़राब और बहुत ख़राब है तो उसका सेहत पर किस तरह का असर पड़ेगा.