2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू होने के साथ ही नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी शुरू कर दी है। सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ख़ास तौर पर संगठन को मजबूती देने में लगी है जिससे 2019 में सत्ता में वापसी की जा सके। इस बीच भाजपा के बड़े नेता ने बगावत कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के संगठन में बड़े नेता ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय को फैक्स के जरिये इस्तीफ़ा भेज दिया है जिसके बाद उनके पार्टी बदलने की चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
भाजपा मंडल अध्यक्ष ने दिया इस्तीफ़ा :
गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी के लोनी देहात मण्डल अध्यक्ष नवीन त्यागी ने भाजपा की जिला कार्यकारणी द्वारा देहात मण्डल की समस्याओं को नजरअंदाज करने से नाराज होकर पद से त्यागपत्र दे दिया है। मंडल अध्यक्ष नवीन त्यागी ने अपना त्यागपत्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय के नाम लिखकर फैक्स के द्वारा भेज दिया है। अपने त्यागपत्र में अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा है कि 2016 में मुझे लोनी देहात मण्डल अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया था। मैंने संगठन की जिम्मेदारी को निष्ठापूर्वक निभाया है।
मण्डल अध्यक्ष ने बताया कि लोनी देहात मंडल में कुल 41 गांव हैं। इन गांवों में किसान व मजदूर निवास करते हैं इसलिए अधिकतर समस्याएं किसान व मजदूरों की हैं। संगठन के सभी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की सहमति से अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के मुद्दे हल कराने के उद्देश्य से समाजवादी पार्टी के शासन काल में आवास विकास परिषद की मंडोला विहार आवासीय योजना से प्रभावित किसानों द्वारा धरना प्रारम्भ कराया गया था।
किसानों से किया था वादा :
भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा कि सभी ने किसानों का दिल जीतने के लिए उनसे वायदा भी किया था कि यदि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो सबसे पहले किसानों की मांगों को पूरा किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण अधिनियम की धारा 17 लगाकर किए गए अधिग्रहण को गलत ठहराया था। भाजपा संगठन के कई पदाधिकारियों ने तो यह भी घोषणा कर दी थी कि उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी की सरकार बनने पर जब तक किसानों को न्याय नहीं मिल जाएगा तब तक लखनऊ से लौटकर नहीं आएंगे। इस तरह के बयानों की ऑडियो वीडियो भी क्षेत्र में खूब वायरल हुई हैं।